डोरीगंज: मकर संक्रान्ति के पावन अवसर पर हजारों श्रधालुओं ने गंगा मे डुबकी लगायी. वैसे भीषण ठंढ़ के कारण अन्य वर्षो की अपेक्षा भीड़ कम देखने को मिली. दिन चढ़ने के साथ एवं धुप खिलने पर कुछ भीड़ बढ़ी. ठंढ़ के कारण दुरदराज से आने वालो की संख्या कम दिखी.
प्रखण्ड के विभिन्न घाटों बंगाली बाबा घाट, डोरीगंज घाट, तिवारी घाट, महुआ घाट, दरियावगंज घाट पर श्रधालुओं ने गंगा मे डुबकी लगायी और भगवान सुर्य को जल अर्पित किया साथ दान पुण्य किया.
भगवान सुर्य के मकर राशी मे प्रवेश करने पर यह मकर संक्रान्ति के रुप मे मनाया जाता है. इस दिन से दिन बड़ा यानि प्रकाश अधिक मिलने लगती है, जिससे चेतनता एवं कार्यशक्ति मे वृद्धि होती है.
ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान सुर्य अपने पुत्र भगवान शनि से मिलने गए थे क्योंकि मकर राशी का स्वामी भगवान शनि को माना गया है. साथ ही यह भी मान्यता है कि इसी तिथि को भीष्म पितामह ने अपना देह त्याग किया था. हिन्दु मान्यताओ के अनुसार ऐसी पावन तिथि को गंगा मे स्नान एवं भगवान सुर्य को जल देने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.