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किसानों की आय हो दुगुनी, मिले सम्मान: राज्यपाल

जलालपुर: किसान भाई और शिक्षा नीति दोनो को साथ लेने की आवश्यकता है। उक्त कुछ बातें बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जलालपुर के हरपुर शिवालय परिसर में कही. वे किसान सम्मान भवन का लोकार्पण व समाज मे विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करने के कार्यक्रम में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि यह जयप्रकाश नारायण की भूमि है. आज उनकी पुण्यतिथि भी है. इसलिए उनका स्मरण स्वाभाविक है. जब देश में आपातकाल चल रहा था उस नेतृत्व के विरुद्ध असंतोष था. उस समय जयप्रकाश नारायण आए और पूरे देश को समग्र क्रांति का नारा दिया. माहौल बना और लोकतंत्र की रक्षा के लिए मुहिम चला. उन्होंने कहा कि उस समय वे भी जेल में थे. वैसे में उनका स्मरण आना स्वाभाविक है.

उन्होने कहा कि आज किसानों को अग्रसर करने की आवश्यकता है. आज किसान सम्मान हो रहा है. वैसे मे बिहार के किसान नेतृत्व करें इसी उद्देश्य से संासद सिग्रीवाल ने किसान सम्मान भवन के लोकार्पण पर किसानो को सम्मानित करने के लिए यहां पर निमंत्रित किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान पूरे देश का नेतृत्व करें. परिवर्तन आ रहा है उसका नेतृत्व किसान करें. उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगनी होनी चाहिए और उनका सम्मान बढ़ाना चाहिए. किसान ही देश के परिवर्तन की रीढ है. किसान ही देश में परिवर्तन ला सकते हैं.

किसान प्रयास कर रहे हैं, हम सभी को साथ देने की आवश्यकता है. हम सभी को आगे आने की आवश्यकता है. किसान भाइयों के साथ हम सब हैं. आज जिन लोगों को सम्मान मिला है. उसमें किसान व समाज का नेतृत्व कर रहे लोग हैं. जिनमें चिकित्सक, शिक्षक, सेना के जवान, खिलाड़ी शामिल है.

सांसद सिग्रीवाल ने उन सबको याद किया है. इस अवसर पर आपने सबको याद कर बुलाया है. इसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं. उन्होने कहा कि आज हमें प्राकृतिक तौर पर कृषि की जरूरत है. इसके लिए हमारे देसी प्रयास हो देसी बीज हो. देसी उर्वरक की आवश्यकता है. ऐसे ही किसानों की आय दुगुनी होगी. जो प्रयास किसान सब कर रहे हैं उसे उनके साथ देने की आवश्यकता है. आने वाले समय में जो भी उनका प्रयास होगा, उनमें सबके साथ की आवश्यकता है.

आज शिक्षा में सुधार की आवश्यकता है. नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय की शिक्षा का उदाहरण देते हैं. आज स्थिति बद से बदतर हो गई है. इसके लिए जिम्मेदार हम सब हैं. हम सभी ही इसे सुधार कर सकते हैं. जो लोग बिहार के लोगों का भला नहीं चाहते हैं वह बाधाएं डालेंगे. किसान और शिक्षा विकास के लिए आवश्यक है. इस देश में हमारे कदम बढ़ने चाहिए जो हम इस दिशा में काम करेंगे. उदाहरण देकर कहा कि बीएससी एग्रीकल्चर करने वाला युवा भी नौकरी की मांग करता है जबकि उसे खेत में काम करना चाहिए उसे नौकरी लेने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहिए. आज किसान भाई और शिक्षा नीति को साथ मिलकर काम करने का समय है तभी राज्य विकास की ओर अग्रसर होगा. उन्होने कहा कि हम समग्र क्रांति के मार्ग पर बढ़ते रहेंगे और मोदी जी ने जो मार्ग दिखाया है उसे पर आगे चलते रहेंगे.

इसके पहले राज्यपाल के जलालपुर पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सांसद व अन्य के साथ दीप प्रज्वलित किया.

मंच पर तीन दर्जन से अधिक उत्कृष्ट व्यक्तियों रामप्रवेश चौबे, विनोद मिश्रा सर्वजीत सिंह, अजीत आनंद, मनोज भावुक, संजय सिंह, डा प्रभात सिंह,झनार्दन शास्त्री अवध किशोर मिश्र, दिलीप राम हरेन्द्र सिंह, फूल कुमारी, चांवती डोम, त्रिभूवन प्रसाद, निशा देवी, गुलामचंद कुशवाहा, अशोक प्रसाद, जितेन्द्र प्रसाद, अशोक सिंह, सुनीता देवी, संजीव सिंह, खुशबू ठाकुर, हंसनाथ सिंह बच्चा पांडेय, मनमोहन पद्याकर, संजय कुमार सिंह को सम्मानित किया. बाद में उन्होंने किसान सम्मान भवन का लोकार्पण किया.

कार्यक्रम में सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक है. पहली बार ग्रामीण क्षेत्र में राज्यपाल पधारे हुए हैं.

वे समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषता वाले व्यक्तियों को सम्मानित किए हैं. यह सारण व महाराजगंज के लिए गौरव की बात है.

कार्यक्रम का संचालन बृजमोहन सिंह ने किया. मौके पर डी एम, एस पी जिले के वरीय पदाधिकारियो सहित गोरियाकोठी विधायक देवेशकांत सिंह, ज्ञाचन्द्र मांझी, विधायक विधायक कृष्ण कुमार मंटू, विधायक सी एन गुप्ता, कार्यक्रम के अध्यक्ष संत दामोदर दास, प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष तारकेश्वर सिंह, उमेश तिवारी, प्रमोद सिग्रीवाल, मनोज सिंह, संजय कुमार सिंह, दीपू चतुर्वेदी, रामाशंकर मिश्र शांडिल्य, नीतीश पांडेय, गुड्डू चौधरी, अमरजीत सिंह, विनोद मिश्र, मुकेश सिंह, हरेन्द्र सिंह सहित कई अन्य भी थे.

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