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सारण तटबंध के निचली इलाकों में फिर सताने लगा बाढ़ का खतरा

Taraiya: प्रखंड के गंडक नदी सारण तटबंध के निचले इलाके में 15 दिनों बाद दूसरी बार बाढ़ का संकट मंडराने लगा है. नेपाल वाल्मिकी नगर बराज से छोड़े गये लगभग 2.75 लाख क्यूसेक पानी से गंडक नदी के जलस्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने लगी है. सारण तटबंध के निचली इलाकों में बसे लोगों को एक बार फिर से प्रलयकारी बाढ़ का खतरा लोगों को सताने लगा है. जिससे लोग पलायन करने के जुगाड़ में लग गये है. अभी से ही लोग उच्चे स्थानों पर जाने के फिराक में है. इसी बीच गंडक के बढ़ते जलस्तर से तरैया प्रखंड के निचले इलाकों में रातों रात एकाएक बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया.

तरैया के सगुनी, शामपुर, अरदेवा, जिमदाहा, बनिया हसनपुर, चंचलिया दियरा समेत कई इलाकों में गंडक नदी का पानी प्रवेश कर गया है. जिस कारण उक्त गांव के लोग पलायन करने को मजबूर है. हालांकि गंडक नदी का पानी धीरे – धीरे बढ़ रहा है. जिससे लोग थोड़ी राहत में है, लेकिन फिलहाल निचली इलाकों में बसे लोगों के समक्ष बाढ़ जैसे हालात बन गये है. लोग उच्चे स्थानों पर पलायन करने के मुंड में है. बता दें कि 19 जून को गंडक नदी में आयी उफान से गडंक नदी सारण तटबंध के निचले इलाके में चार दिनों तक बाढ़ की तबाही रही. उसके बाद गंडक के जलस्तर घटने लगा था. अभी 25 दिनों बाद दूसरी बार तबाही आ गयी.

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