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मणिपुर में महिला के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर कांग्रेस ने जताया विरोध

नई दिल्ली, 20 जुलाई (हि.स.)। कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुआ अभद्र व्यवहार बेहद दुखद है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता रंजीत रंजन ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ जो अमानवीय व्यवहार हुआ है, उसे सोचकर भी हमारी रूह कांप रही है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने के बाद भी क्या हम उन महिलाओं की अस्मत लौटा पाएंगे? उन्होंने कहा कि वह सदन में बैठे तमाम लोगों से पूछना चाहती हैं कि क्या इसे राजनीति का खेल कहेंगे? क्या इसे ‘ऑल इज वेल’ कहेंगे? उन्होंने कहा कि आज सवाल है कि प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि हिंसा का खमियाजा हमेशा महिलाओं को ही क्यों भुगतना पड़ता है? क्या सदन में इसकी चर्चा होगी?

महिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि ‘न्यू इंडिया’ में महिलाओं के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार भी हो सकता है। अभी तक मणिपुर में 150 मौतें हो चुकी हैं और 65 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं। यह बेहद शर्मनाक है। देश के प्रधानमंत्री व तमाम केंद्रीय मंत्री अगर मणिपुर मुद्दे पर चुप हैं तो वह चाहते हैं कि मणिपुर में हिंसा हो। इस घटना की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री को लेनी होगी।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आज संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 08 मिनट 25 सेकंड का संबोधन दिया। इस संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर पर केवल 36 सेकंड बोले, फिर राजस्थान-छत्तीसगढ़ पर राजनीति करने लगे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि मणिपुर में हुई घटना का वीडियो देखकर पूरा देश शर्मसार है।

उल्लेखनीय है कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने सभी राज्य सरकारों से ऐसे मुद्दों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

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