Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

इतिहास के पन्नों मेंः 13 जनवरी

दुनिया के सबसे बड़े सीरियल किलर ने जब खुद को भी मार डालाः एक ऐसा डॉक्टर जो अपने मरीजों में जिंदगी नहीं, मौत बांटने के लिए कुख्यात था। ऐसा दरिंदा जो मां की मौत के बाद अपने अस्पताल में आने वाली बुजुर्ग महिला मरीजों को बिना किसी वजह के मौत के घाट उतार देता था। उसकी खूनी सनक का शिकार हुई महिलाओं के अंतिम संस्कार में भी वह हिस्सा लेता। हारोल्ड शिपमैन नाम का यह शख्स, 250 लोगों की हत्या का जिम्मेदार ठहराया गया। दुनिया के सबसे बड़े सीरियल किलर डॉक्टर डेथ ने खुद को भी नहीं छोड़ा। 13 जनवरी 2004 को आजीवन कारावास की सजा काटते हुए जेल में खुदकुशी की।

इंग्लैंड के नॉटिंघम में 14 जनवरी 1946 को पैदा हुए हारोल्ड शिपमैन को ‘डॉक्टर डेथ’ और ‘द एंजेल ऑफ डेथ’ के नाम से भी जाना जाता है। 1970 में उसने डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस शुरू की। 24 जून 1998 को पता चला कि हारोल्ड शिपमैन 81 वर्ष की एक महिला की हत्या के लिए जिम्मेदार है।

जब पड़ताल शुरू हुई तो दुनिया अवाक रह गयी। हारोल्ड ने अपनी मां की मौत के बाद से 1998 तक 250 से अधिक मरीजों की जान ले ली थी। वह अफीम का ओवरडोज देकर मरीजों को मार डालता था, जिससे मौत की वजह का पता नहीं चलता था।

जांच के बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया और अदालत के सामने 15 हत्याओं के सबूत भी पेश किए। अदालत ने डॉक्टर डेथ को उम्रकैद की सजा सुनाई।

अपने 58वें जन्मदिन से एक दिन पहले 13 जनवरी 2004 को डॉक्टर डेथ ने जेल में फांसी लगाकर खुद को भी मार डाला।

अन्य अहम घटनाएंः

1911ः सुप्रसिद्ध हिंदी कवि शमशेर बहादुर सिंह का जन्म।

1938ः प्रख्यात संतूर वादक शिवकुमार शर्मा का जन्म।

1949ः अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय विंग कमांडर राकेश शर्मा का जन्म।

1964ः प्रसिद्ध शायर शौक बहराइची का निधन।

1974ः जाने-माने तबला वादक अहमद जान थिरकवा का निधन।

Exit mobile version