Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म ‘वुमनिया’ की शिमला अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में हुई स्पेशल स्क्रीनिंग

Chhapra: छपरा निवासी आकाश अरुण द्वारा निर्देशित डाक्यूमेंट्री फ़िल्म ‘वुमनिया’ का 4थे शिमला अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में आखिरी दिन ‘स्पेशल स्क्रीनिंग केटेगरी’ में भव्य प्रदर्शन हुआ.

महिलाओं की कहानी पर बनी है फ़िल्म ‘वुमनिया’
बिहार की राजधानी पटना के पास एक गाँव ‘ढिबरा’ की कुछ अति पिछड़े समाज की महिलाओं की कहानी पर बनी ये फ़िल्म ‘वुमनिया’ एक बदलाव की कहानी है. फिल्म में महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित गया है.

पहली महिला बैंड पर है कहानी
देश की पहली महिला बैंड के रूप में खुद को अपने पैरों पर खड़ी करके इन महिलाओं ने दूसरी महिलाओं के लिए एक मिसाल कायम किया है. ये महिलाएं शादी व्याह में बैंड बाजा बजाके अपनी जीविका चलाती हैं और जहाँ कभी ये महिलाएं मुश्किल से दो वक्त की रोटी कमा पाती थीं आज हवाई जहाज़ से देश के कोने कोने बैंड बजाने जाती हैं. इनके बच्चे भी आज अच्छे स्कूल में पढ़ने जाते हैं, इनकी स्थिति अब काफी अच्छी हो चुकी है.

फिल्मकारों ने की सराहना
वुमनिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ऑस्ट्रेलिया के फिल्मकार क्रिस्टोफर वाटसन ने इसे समारोह की बेस्ट फ़िल्म बताया. वही जापान के फिल्मकार मसाओ ने इसे महिला सशक्तिकरण विषय पर बनी अबतक की सबसे बेहतरीन फ़िल्म बताया.

‘फ्रेमज़ोमेनिया’ के क्रिएटिव हेड और वुमनिया के असिस्टेंट डायरेक्टर अभिषेक अरुण ने कहा कि, ‘ये हम सब का टीम वर्क है, और हमे गर्व है कि ऐसी महिलाओं की कहानी को हमलोग देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शित करने का प्रयास कर पा रहे हैं जिनसे लोग प्रेरणा ले पा रहे हैं’.

समारोह में दुनिया भर की 29 देशों से आई 80 फिल्में प्रदर्शित की गईं. जिसमें की ‘वुमनिया’ को दर्शकों में भरपूर प्यार दिया और सराहा. आगे भी वुमनिया का प्रदर्शन देश के कई बड़े फ़िल्म समारोह में होने जा रहा है.

समारोह में प्रदर्शन के दौरान टीम के सदस्य अभिषेक अरुण (सह निर्देशक), संतोष के जॉय( एग्जेक्युटिव प्रोड्यूसर), सुशांत सिंह(आई टी हेड), आकाश कपूर (कैमरा असिस्टेंट), मयंक आदि मौजूद रहे.

Exit mobile version