Chhapra: बरसात के मौसम में गढ्ढो में बरसाती पानी भर जाने और बाढ़ की स्थिति में पानी की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता है. कई बार इस कारण हादसे हो जाता है. अधिकतर मामलों में तैरना नहीं आने के कारण लोग डूब जाते है. वही कुछ मामलों में सही समय पर बचाव के कार्य या सहायता नहीं मिले से भी लोगों की मौत डूबने से हो जाती है.
इससे बचने के लिए जरुरी है कि तैराकी की जानकारी ना होने पर पानी में ना जाए. खासकर जब पानी की गहराई का अंदाजा ना हो. हालांकि बाढ़ की स्थिति में लोग जान माल बचाने के लिए पानी से निकलने का प्रयास करते है.
ऐसे में अपने को सुरक्षित रखते हुए दूसरों को डूबने से कैसे बचाया जाए इस पर छपरा टुडे डॉट कॉम ने सारण के प्रशिक्षित गोताखोर अशोक कुमार से जानकारी ली.