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रेलवे की बैठक में सांसद सीग्रीवाल ने की सिवान से पटना तक ट्रेन की मांग

वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के सेवित क्षेत्रों के संसद सदस्यों एवं सांसद प्रतिनिधियों के साथ महाप्रबंधक,पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के भारतेंदु सभाकक्ष में बैठक की ।

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय सहित पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं मंडल के शाखा अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया ।

बैठक में महराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने महाराजगंज एवं एकमा स्टेशन पर चल रहे सुन्दरीकरण के कार्यों में तेजी लाने, दाउदपुर स्टेशन के प्लेटफार्म सं-02 को नेशनल हाई-वे साईंड में इन्ट्री गेट बनाकर कनेक्ट करने, महेन्द्रनाथ हाल्ट पर दर्शनाथिर्यों की सुविधा हेतु प्लेटफार्मों का उच्चीकरण एवं पैदल उपरिगामी पुल का निर्माण में तेजी लाये जाने, महाराजगंज रेलवे स्टेशन पर पहले से प्रस्तावित पैदल उपरिगामी पुल के निर्माण शीघ्र कराया जाये। 

शामकौड़िया रेलवे स्टेशन पर कम से कम दो दिन यात्री आरक्षण केंद्र संचालित किया जाये। मसरख एव राजापट्टी स्टेशनों के मध्य बंगरा हाल्ट स्टेशन बनाया जाये।  छपरा ग्रामीण एवं खैरा स्टेशन पर अकारण पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस को 40 मिनट तक रुकना पड़ता इसका तकनीकी समाधान किया जाये, सीवान-दुरौन्धा-महाराजगंज-मसरख-छपरा ग्रामीण होते हुए पटना के लिए एक जोड़ी नई रेल गाड़ी का संचालन कार्यालयी समयानुसार किये जाने की मांग की एवं पिछली बैठक में दिए गये प्रस्तावों पर अमल करने के लिए महाप्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक को धन्यवाद दिया । उन्होंने जनहित और रेल यात्री हित में छपरा, बलिया और वाराणसी रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य के क्रम में मांझी में बन रहे रेलवे पुल के निर्माण में तेजी लाने की मांग की ।

जबकि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने छपरा स्टेशन के उत्तरी द्वार के निर्माण एवं चालू कराने के एवं आगमन के मार्ग के बारे में जिला प्रशासन राज्य सरकार से विमर्श कर प्रस्ताव तैयार करने के संदर्भ तथा सेकेण्ड इन्ट्री की सड़क को नेशनल हाई-वे 101 से जोड़ने । मंडल के सभी स्टेशनों पर उपलब्ध WIFI सेवा को स्टेशन के CCTV कैमरे से जोड़कर केंद्रीयकृत मानीटरिंग कक्ष बनाने तथा उसकी निगरानी रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेल पुलिस द्वारा किये जाने का प्रस्ताव रखा । छपरा मुजफ्फरपुर रेल लाइन जो नवनिर्मित है उसकी स्थिति क्या है ? पूछते हुए इसकी प्रगति एवं उनके बारे में जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की । इसके अतिरिक्त उन्होंने छपरा रेलवे कालोनियों के रख-रखाव एवं साफ-सफाई पर ध्यान देकर उसे ठीक कराने, मंडल के अंडरपासों में तकनीकी सुधार कर जल-जमाव की समस्या का निदान करने का प्रस्ताव दिया । उन्होंने सीवान से समस्तीपुर तक चलने वाली पूर्व ट्रेन को पुनः चलाये जाने का सुझाव दिया ।

संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे चन्द्र वीर रमण ने कहा कि बैठक में पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से मैं सभी सांसदों एवं  सांसद प्रतिनिधि गणों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ । आपके माध्यम से हमें जन-सामान्य की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं का पता चलता है। आप सबका इस बैठक हेतु समय देने के लिए हृदय से आभारी हूँ। हमने अपनी रेलवे की कार्यप्रणाली में लाइन क्षमता की वृद्धि, यात्री सुविधाओं के उन्नयन गाड़ियों के संरक्षित संचालन कर्मचारी कल्याण, पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हरित पहल सहित अन्य सभी क्षेत्रों में पर्याप्त कदम उठाए हैं। हमारी गहन योजना, परिश्रम और उपलब्ध संपत्तियों के कुशल और बेहतर उपयोग के परिणाम स्वरूप पूर्वोत्तर रेलवे पर संरक्षा में उल्लेखनीय सुधार के साथ अनेक उत्साहजनक उपलब्धियां हासिल हुई हैं।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान दोहरीकरण एवं आमान परिवर्तन में अधिकतम कमीशनिंग का कार्य किया गया, जो विगत 10 वर्षों के दौरान सबसे अधिक है। निर्माण संगठन द्वारा दोहरीकरण कार्य में 145.7 कि0मी0 एवं आर0वी0एन0एल0 द्वारा दोहरीकरण में 92.92 कि0मी0 की कमीशनिंग किया गया । आमान परिवर्तन में निर्माण संगठन द्वारा इंदारा- दोहरीघाट खंड में 34.7 कि0मी0 कमीशनिंग का कार्य किया गया। उपरोक्त कमीशनिंग में अकेले,वाराणसी मंडल में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 193.34किलोमीटर दोहरीकरण किया गया।जो भारतीय रेलवे में किसी भी डिवीजन में किया गया सर्वोच्च कमीशनिंग है।

2014 में लगभग शून्य विद्युतीकरण से मार्च 2023 तक पूर्वोत्तर रेलवे के सभी Operational बड़ी लाइन रूट को विद्युतीकृत किया जा चुका है। शोहरतगढ़-पचपेड़वा, डालीगंज-मल्हौरऔरबांकेगंज (पूर्व)-मैलानी खंड में विद्युतीकरणकार्य हाल में ही सफलतापूर्वक संपादित किया गया है। वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 805.63 ट्रैक किलोमीटर के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया गया।

उलेखनीय है कि कभी भारतीय रेल की तथाकथित छोटी लाइन के रूप में जाने जानी वाली पूर्वोत्तर रेलवे का अब कुल 3471 मार्ग किलोमीटर में से 90%से अधिक ब्रॉड गेज रेल नेटवर्क है। शेष 10% मीटर गेज लाइन आमान परिवर्तन के प्रक्रियाधीन है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे को आरंभिक यात्री आय से 2535.08 करोड़ अर्जित हुआ,जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक है और अब तक का सर्वाधिक सकल मूल राजस्व 3364.74 करोड़ रहा । वर्ष 2022-23 के रेलवे बोर्ड द्वारा 145 करोड़ रूपये के निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध स्क्रैप विक्रय के माध्यम से 212.51 करोड़ की कमाई हुई जो लक्ष्य से 46.6 प्रतिशत अधिक है एवं गत वित्त वर्ष की वास्तविक स्क्रैप विक्रय से 29.1 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2022-23के दौरान वाराणसी मण्डल की कुल राजस्व आय 1186.94 करोड़ थी जो वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 33.50% अधिक है। बीते वर्ष वाराणसी मण्डल द्वारा 17 एफओबी और 31 उच्च स्तरीय प्लेटफार्म को चालू करके यात्री सुविधा में सुधार किया गया । हाल ही में औड़िहार में स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट (एसीडब्ल्यूपी) चालू किया गया ।
इसके अतिरिक्त छपरा जंस्टेशनको Major station redevelopment के लिए चुना गयाहै।साथही साथअमृत भारत स्टेशन विकास योजना के अंतर्गत बनारस, वाराणसी सिटी, गाजीपुर सिटी, बलिया, सुरेमनपुर, थावे, भटनी, देवरिया सदर, बेल्थरा रोड, सलेमपुर, आजमगढ़, मैरवा, मऊ, कप्तानगंज, सीवान (कुल 15) के स्टेशन भवन का पुनर्विकास कार्य स्वीकृत हुआ है।

वाराणसी मण्डल देश के व्यस्ततम रेल मण्डलों में से एक है और वाराणसी शहर देश के धार्मिक आस्था का एक बड़ा केंद्र है। वाराणसी मण्डल द्वारा आधारभूत संरचना एवं यात्री सुविधा से संबंधित कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं ।

 

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