Chhapra: देश भर के जलमार्गों को विकसित कर उनमें जल परिवहन को शुरू करने की केंद्र सरकार की योजना है। इसी के तहत सारण के मांझी को श्रीराम जन्मस्थली अयोध्या से जलमार्ग के माध्यम से जोड़ने की महत्वकांक्षी परियोजना को लेकर अब कार्य शुरू हो गए हैं।
इस परियोजना के माध्यम से मांझी से अयोध्या तक पर्यटक और मालवाहक जहाज चलाए जाएंगे। जिससे जलीय और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सरयू नदी में जल परिवहन के विकसित होने से सड़क व रेल यातायात का भार कम किया जा सकता है। साथ ही पर्यावरण के लिए भी यह सही सिद्ध होगा। जलमार्ग से मालवाहक व यात्रियों के लिए कम खर्च में परिवहन व्यवस्था को शुरू करने की पहल का सभी ने स्वागत किया है।
जल परिवहन को शुरू करने के लिए घाट को विकसित करने के लिए प्लेटफार्म (जेटी) के माँझी पहुँचने की सूचना के बाद स्थानीय लोगों ने जहाज पर स्थापित राम लक्ष्मण जानकी की पूजा अर्चना की तथा चालक दल के सदस्यों का भव्य स्वागत किया।
सरयू नदी में जल परिवहन शुरू करने और माझी से अयोध्या को जोड़ने के लिए महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने संसद में मांग उठाई थी। साथ ही केंद्रीय पोत परिवहन व जल मार्ग मंत्री से मिलकर क्षेत्र के धार्मिक और पुरातात्विक महत्व को बताया था। जिसके बाद सरकार सक्रिय हुई और अब प्रयास धरातल पर दिखने लगे हैं।
प्राचीन काल में जल परिवहन यातायात का प्रमुख माध्यम था। सारण के मांझी और रिविलगंज में बड़े जहाज पहुंचते थे जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होती थी। अब जब केंद्र सरकार ने एक बार फिर से जल परिवहन को लेकर प्रयास किए हैं ऐसे में यह पर्यटन और धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद दूरगामी साबित हो सकता है।