Chhapra: छपरा जंक्शन और पटना के बीच पर्याप्त ट्रेनों की संख्या में कमी के कारण दैनिक यात्रियों को छपरा से पटना आने-जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. गौरतलब है कि छपरा पटना रेल रूट शुरू हुए 2 साल हो चुके हैं. 2 साल बीतने के बाद भी छपरा और पटना के बीच मात्र एक ही जोड़ी साप्ताहिक सवारी गाड़ी चलायी जाती है. जिसका समय छपरा में सुबह 8 बजकर 45 मिनट है. जो पाटलिपुत्र तक ही जाती है. पटना में कार्यालयों में कार्य कर रहे कर्मियों यह ट्रेन पकड़कर कार्यालय नहीं पहुंच सकते. इस रूट में एक भी गाड़ी यात्री सुविधा के समयनुसार नही दी गयी है.
ट्रेनों की कमी के कारण दैनिक यात्री बस से पटना जाते है. जिसमें 3 से 4 घंटे का समय लग जाता है. अगर रेलवे इस रूट में नयी गाड़िया चलाय तो दैनिक यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी.
इसी रूट पर लखनऊ-पटना सुपेरफास्ट ट्रेन सप्ताह में 5 दिन चलती है. यह ट्रेन छपरा से 1:15 में खुलती है. इसके अलावें गाजीपुर कोलकाता एक्सप्रेस सप्ताह में मात्र एक दिन सोमवार को चलती है.
कुल मिलाकर इस रूट पर दैनिक यात्रिओं के लिए सिर्फ 1 जोड़ी सवारी गाड़ी दी गयी है. यात्री इस रूट में ट्रेनें बढाने क लगातार मांग करते आ रहे हैं. लेकिन न तो रेलवे ने इसपर संज्ञान लिया है और न है किसी जनप्रतिनिधि ने इसे गंभीरता से लिया है.
हाल ही में पश्चमी बिहार वाणिज्य एवं उद्योग परिषद के महासचिव पवन कुमार अग्रवाल ने पटना में रेलमंत्री पियूष गोयल को ज्ञापन सौंप चार जोड़ी नयी सवारी गाड़ियों को चलाने की मांग की थी. लेकिन अभी तक रेलवे ने इसपर संज्ञान नहीं लिया है. उन्होंने बताया की इस रूट पर ट्रेनों के परिचालन शुरू हुए 2 साल से भी अधिक का वक़्त बीत चूका है. लेकिन भी तक इस रूट में मात्र 1 जोड़ी साप्ताहिक ट्रेन चलती है. रेलवे को इस रूट पर ट्रेनों की संख्या बढ़ानी चाहिए.