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कानपुर ट्रेन हादसे में सीवान की महिला व उसकी बच्ची की मौत, एक लापता

सीवान (नवीन सिंह परमार): रविवार की सुबह सूर्योदय के पहले ही पुरे देश सहित सीवान को एक दुःखद समाचार से रूबरू होना पङा. उत्तर प्रदेश के कानपुर के पुखरायां में रविवार के अहले सुबह 03:10 मिनट पर इंदौर पटना झाँसी एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से सैकड़ो लोगो के मारे जाने की सूचना रेल प्रशासन के द्वारा पुरे देश को दी गई है. इस ह्रदयविदारक दुर्घटना में सीवान की भी एक बेटी की मौत होने की सूचना से पुरे क्षेत्र में शोक का माहौल है.

मृतका बेटी की पहचान सीवान शहर के महादेवा निवासी बांके बिहारी राय की इकलौती पुत्री रत्नीका सिंह के रूप में हुई. रत्नीका की शादी 10 वर्ष पूर्व सीवान के ही जी बी नगर थाने के हकमा गांव निवासी भगवती शरण सिंह के पुत्र सुबोध सिंह के साथ हुई थी. सुबोध सिंह मध्य प्रदेश के इंदौर में कोणार्क सीमेंट कंपनी में अभियंता के पद पर कार्यरत है. वो अपने पत्नि और दो बच्चियां पांच वर्षीय श्रुति कुमार व तीन वर्षीय श्रेया के साथ इंदौर में ही रहते है. वो अपने मौसी के लड़के के शादी समारोह में शामिल होने इंदौर पटना एक्सप्रेस से सीवान आ रहे थे. परिवार खुशियां मानाने सीवान आ रहा था. कौन जानता था कि काल घात लगाए बैठा है.

ट्रेन हादसे में 33 वर्षीय रत्नीका सिंह (पत्नि सुबोध सिंह) की मौत हो गई है. वही सुबोध की छोटी बेटी श्रेया कुमारी की भी मौत हो गई है. जबकि सुबोध की बड़ी बेटी श्रुति कुमारी का अभी तक कोई अता पता नही है. वही खुद सुबोध सिंह गंभीर अवस्था में किसी अस्पताल में भर्ती है. घटना की जानकारी रत्नीका सिंह के भाई बबलू सिंह ने दी है. घटना की जानकारी मिलते ही मृत रत्नीका के भाई बबलू और भाभी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए है. वही दूसरी तरफ सुबोध सिंह के परिजन दिल्ली शादी समारोह में गये हुए है और खुद सुबोध सिंह सीवान शादी में शामिल होने का रहे थे. हकमा गांव में सुबोध सिंह के घर में ताला लटका हुआ है.

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