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संभावित बाढ़, सुखाड़ की पूर्व तैयारी हेतु समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने दिये कई आवश्यक निदेश

संभावित बाढ़, सुखाड़ की पूर्व तैयारी हेतु समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने दिये कई आवश्यक निदेश

छपरा : जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में सोमवार को सारण समाहरणालय सभागार में संभावित बाढ़/सुखाड़ के पूर्व आवश्यक तैयारी से संबंधित बैठक आहूत की गई। संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से पूर्व संपूर्ण तैयारी करने का निदेश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया।

बैठक में उपस्थित उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता एवं अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारियों, तकनीकी पदाधिकारियों, सभी अंचलाधिकारियों सहित जिला परिषद अध्यक्ष तथा सभी प्रखंडों के प्रमुखगण के साथ सभागार में संभावित बाढ़ / सुखाड़ के संबंध में चर्चा की गई तथा सभी जनप्रतिनिधियों को बाढ़ के समय चलाए जानेवाले राहत कार्यों एवं अनुदान राशि की जानकारी देते हुए सभी संबंधित पदाधिकारियों को बाढ़ / सुखाड़ के पूर्व ससमय सभी आवश्यक कार्य निष्पादित करने हेतु महत्वपूर्ण निदेश दिए गए।

जिलाधिकारी के द्वारा बाढ़ की पूर्व तैयारी में संस्थागत संरचनाओं में एन. डी. आर. एफ/ एस.डी. आर एफ की टीम की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करना, बाढ़ राहत अनुश्रवण सह निगरानी समिति का गठन करने का निदेश दिया गया। नागरिक सुरक्षा संगठन की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि यह बाढ़ के लिए बहुत की आवश्यक संगठन है। इसका गठन अवश्य ही किया जाना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत, प्रखंड एवं जिलस्तर पर नागरिक सुरक्षा संगठन का गठन किया जाए। वर्षा मापक यंत्र की मरम्मति, वर्षापात आंकड़ों का प्रेषण ससमय करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी के द्वारा बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान एवं नजरी नक्शा की तैयारी पूर्व में ही सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। उपलब्ध संसाधनों का मानचित्र तैयार करने का निदेश दिया गया।

जिलें मे उपलब्ध निजी नावों, पुरानी सरकारी नावों की मरम्मति आवश्यकतानुसार करने के साथ-साथ सरकारी नावों का निर्माण, जेनरेटर सेट, प्रेट्रोमेक्स, टेन्ट, महाजाल आदि की उपलब्धता बाढ़ से पूर्व सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।

साथ ही राज्य खाद्य निगम के गोदामों में खाद्यान की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निदेश दिया गया। संभावित बाढ़ हेतु पॉलीथीन शीटों का क्रय, मानव एवं पशु दवा की उपलब्धता, पशु चारे की उपलब्धता आदि के क्रय हेतु आवश्यक निदेश दिया गया। इसके अलावे नावों के लंबित मजदूरी का भुगतान करने का निर्देश दिया गया।

खोज, बचाव एवं राहत दल के गठन के साथ ही शरणस्थली एवं सामुदायिक रसोई केन्द्रों के स्थल की पहचान, क्षेत्रीय पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति, तटबंधों की सुरक्षा हेतु भी आवश्यक जिलाधिकारी महोदय के द्वारा दिया गया। आपातकालीन संचालन केन्द्र, लाइफ जैकेट, मोटर बोट का परिनियोजन एवं आकस्मिक फसल योजन का सूत्रण का भी निदेश दिया गया। बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव हेतु बाढ़ पूर्व चेतावनी, बाढ़ से संबंधित सूचना का त्वरित प्रचार-प्रसार, बाढ़ से क्षति का त्वरित आकलन, आबादी का निष्क्रमण संबंधित सूचना का आकलन हेतु आवश्यक तैयारी करने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बाढ़ के पश्चात की जाने वाली कार्रवाईयों पर भी अभी से तैयारी करनी होगी ताकि उस समय मुफ्त खाद्यान का वितरण, क्षतिपूर्ति का आकलन, कृषि इनपुट अनुदान, फसल सहायता योजना का लाभ प्रभावित क्षेत्रों में दिलाया जा सकें। साथ ही जल जमाव के कारण उत्पन्न स्थिति हेतु भी आवश्यक तैयारी करनी होगी ताकि महामारी से बचा जा सके।

बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता एवं अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारियों, तकनीकी पदाधिकारियों, सभी अंचलाधिकारियों सहित जिला परिषद अध्यक्ष तथा सभी प्रखंडों के प्रमुख उपस्थित थे।

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