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विद्यालय से राशि गबन करने का लगाया आरोप

Chhapra: शहर के प्रतिष्ठित विशेश्वर सेमिनरी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज के विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्य श्याम बिहारी अग्रवाल ने प्रभारी प्रधानाध्यापक कुश प्रताप सिंह पर छात्रकोष से राशि निकालकर गबन करने का आरोप लगाया है.

समिति सदस्य श्याम बिहारी अग्रवाल ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकिशोर सिंह को आवेदन देते हुए विद्यालय प्रधानाध्यापक कुश प्रताप सिंह द्वारा किए गए छात्र हित के राशि के गबन की जांच कराने तथा प्रतिवेदन स्थानीय विधायक डॉ सी एन गुप्ता को उपलब्ध कराने की मांग की है.

सदस्य श्री अग्रवाल द्वारा जिलाधिकारी को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि स्थानीय विधायक डॉ सी एन गुप्ता द्वारा क्षेत्राधिन उच्चतर विद्यालय के प्रधानाध्यापकों की बैठक तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ 31 मार्च 2018 को सर्किट हाउस में आयोजित की गई थी.डॉ सी एन गुप्ता द्वारा प्रधानाध्यापक से विद्यालय विकास कोष एवं छात्र कोष संबंधित विभिन्न अभिलेख की मांग की गई. जिसे प्रधानाध्यापक द्वारा नहीं दिखाया गया. विद्यालय में रोकड़ बही भी अद्यतन नहीं थी. अभिलेख में विद्यालय प्रधान द्वारा खाता संचालक का नाम परिवर्तित नहीं किया गया था. उक्त बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष श्री सिंह द्वारा स्पष्ट कहा गया कि मैंने राशि छात्र कोष से हीं निकाला हैं तथा विधायक जी को पुर्ण ब्यौरा सौंप दूँगा. परन्तु आज तक वे ब्यौरा प्रस्तुत नहीं कर सके, जबकि उनकी सेवानिवृत्ति 30 जून 2018 को हैं. ऐसे में उनकी मंशा सही प्रतीत नहीं होतीं है. जबकि छात्र कोष के खाता का संचालन प्रधानाध्यापक कुश प्रताप सिंह एवं कनीय शिक्षक विनय कुमार सिंह के हस्ताक्षर से संचालित किया जाता है जो वित्तीय अनियमितता का घोतक है.
उनका कहना है कि डीईओ द्वारा कनीय शिक्षक कुश प्रताप सिंह को प्रधानाध्यापक बनाया गया. जिनके द्वारा छात्रों की राशि निकालकर गबन की गई है.
नियमानुसार छात्र कोष में मद के अनुसार राशि जमा एवं निकासी की जाती है. लेकिन छात्रकोष से 6-7 लाख की राशि गबन करने की सूचना मिली है. वही विकास कोष में राशि संचित है. उनका कहना है कि विद्यालय का वित्तीय प्रभार पूर्व के प्रधानाध्यापक द्वारा 12 अक्टूबर 17 को सौंपा गया जबकि प्रधानाध्यापक कुश प्रताप सिंह ने 28 दिसंबर 16 के बाद की राशि निकासी कर ली है.

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