छपरा: भगवान राम की कमान से तीर निकलने के साथ ही धू-धू कर रावण जलने लगा. देखते ही देखते अहंकारी रावण और मेघनाथ पल भर में जल गये. रावण के जलने के साथ ही असत्य पर सत्य की विजय हुई. मंगलवार को शहर के राजेंद्र स्टेडियम में विजयादशमी समारोह का आयोजन किया गया. हजारों दर्शको से खाचाखच भरें राजेंद्र स्टेडियम में दर्शकों का रोमांच देखते ही बन रहा था. सभी इस समारोह की आतिशबाजियों को देखने के लिए लालायित थे.
चाक चौबंद दिखी सुरक्षा व्यवस्था
चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच शाम के ढलने पर समारोह की शुरुआत हुई. जिला पुलिस, महिला पुलिस, स्काउट गाइड और एनसीसी के कैडेटों ने सुरक्षा का जिम्मा संभाला था. स्टेडियम परिसर में सभी को जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा था.
आयुक्त ने किया उद्घाटन
समारोह विधिवत उद्घाटन प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, जिलाधिकारी दीपक आनंद, आरक्षी अधीक्षक पंकज कुमार राज ने संयुक्त रूप से बैलून उड़ा कर किया.
रथ पर सवार होकर पहुंचे भगवान राम
रथ पर सवार होकर भगवान राम का प्रवेश हुआ. उनके साथ हनुमान और उनकी वानर सेना मौजूद थी. उनके पहुंचते ही पूरा स्टेडियम जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा.
जमकर हुई आतिशबाजी
रावण और वानर सेना के बीच हुए युद्ध में आसमान में सिर्फ आतिशबाजियां ही दिख रही थी. जिसे देख सभी इस आतिशबाजी का भरपूर आनंद उठा रहे थे. सभी अपने मोबाइल में इस क्षण को कैद करने में जुटे थे.
आतिशबाजी के बाद मेघनाथ और रावण के पुतले पर तीर चलाया गया. जोर की आवाज हुई और इसी के साथ मेघनाथ और रावण जलने लगे. असत्य पर सत्य की विजय के साथ विजयादशमी समारोह 2016 का सफलतापूर्वक आयोजन संपन्न हुआ.