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वाइब्रेंट डेमोक्रेसी की स्थापना में मीडियाकर्मियों की भूमिका अहम: जिलाधिकारी

Chhapra: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की प्रमुख मीडिया ईकाई पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), पटना द्वारा मंगलवार को छपरा में एकदिवसीय क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला ‘वार्तालाप’ का आयोजन किया गया.

कार्यशाला के मुख्य अतिथि सारण जिला के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, विशिष्ठ अतिथि डॉ एच. के. वर्मा, विद्या भूषण श्रीवास्तव, पंकज कुमार, पीआईबी, पटना के अपरमहानिदेशक एस. के. मालवीय, निदेशक दिनेश कुमार, सहायक निदेशक संजय कुमार, सूचना सहायक पवन कुमार सिन्हा, सूचना सहायक भुवन कुमार, रविशंकर प्रसाद एवं ज्ञान प्रकाश सहित सारण जिले के मीडियाकर्मी भी बड़ी संख्या में  मौजूद थे.

कार्यशाला के मुख्य अतिथि सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस अवसर पर कहा कि वार्तालाप कार्यशाला द्विपक्षीय संचार का अवसर मुहैया कराता है क्योंकि इस मंच के माध्यम से न सिर्फ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में स्थानीय मीडियाकर्मी फीडबैक उपलब्ध करा पाते हैं बल्कि सरकार और प्रशासन के प्रतिनिधि भी सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं संबंधी सही सूचनाओं, उद्येश्यों और उपलब्धियों को स्थानीय मीडियकर्मी तक साझा कर पाते हैं. श्री सेन ने कहा कि राष्ट्र के विकास में मीडिया की ऐतिहासिक भूमिका रही है. समानांतर रूप से देश में वाइब्रेंट डेमोक्रेसी में मीडियाकर्मियों की सकारात्मक मंशा का भी अहम योगदान है. उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ मीडिया के विभिन्न स्वरूपों में भी स्वागतयोग्य बदलाव हुए हैं. हालांकि, इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी यदा-कदा उभर कर सामने आते रहते हैं लेकिन बेहतर मंशा से ऐसे नकारात्मक विचारों पर विजय पाई जा सकती है.

उन्होंने कार्यशाला में मौजूद मीडियाकर्मियों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि सूचना के मामले में वे शासन-प्रशासन से कहीं आगे है इसलिए कोशिश करें कि जो बातें शासन द्वारा आम नागरिक तक नहीं पहुंचाई जा पा रही है, उसे उन तक पहुंचाए.

पीआईबी के महानिदेशक एस. के मालवीय ने कहा कि मीडियाकर्मी स्वयं एक जागृत समुदाय है। समाज और नागरिक के प्रति उनकी कर्तव्यनिष्ठता, उत्तरदायित्व और मंशा का प्रतिफल ही है कि हम एक सफल लोकतांत्रिक राष्ट्र का निर्माण कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का एक मुख्य उद्येश्य यह भी जानकारी प्राप्त करना है कि स्थानीय मीडियाकर्मी द्वारा किस प्रकार से सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. वस्तुतः ऐसे कार्यशाला के माध्यम से योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में फीडबैक प्राप्त कर भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय तक पहुंचाना  है ताकि उसे आवश्यकतानुसार उन योजनाओं के क्रियान्वयन संबंधी नीतियों में परिवर्तन का अवसर प्राप्त हो सके. उन्होंने कहा कि न्यू मीडिया और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के कई सकारात्मक पक्ष हैं जिसमें एक महत्वपूर्ण पक्ष सरकार और प्रशासन की विभिन्न सूचनाओं का सीधी पहुंच आम नागरिक तक होना है. श्री मालवीय ने न्यू मीडिया विशेष तौर पर सोशल मीडिया की चुनौतियों से उत्पन्न परिस्थितियों में पारंपरिक मीडिया की भूमिका को भी  इंगित किया और प्रिंट और इलेक्ट्ऱॉनिक मीडिया को महत्वपूर्ण बताया.

इस अवसर पर पीआईबी, पटना के निदेशक दिनेश कुमार ने कार्यशाला के विषय प्रवेश संबोधन के दौरान कहा कि वार्तालाप का मुख्य उद्येश्य राज्य की राजधानी से इतर क्षेत्रीय व स्थानीय पत्रकारों के मध्य सामंजस्य स्थापित करना है ताकि भारत सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों व नीतियों को उन तक आसानी से पहुंचाया जा सके. इसके साथ ही इस कार्यशाला का एक उद्येश्य स्थानीय मीडियाकर्मियों के लिए एक ऐसा मंच उपलब्ध भी कराना है जहां उनके व्यावसायिक चुनौतियों के साथ-साथ संबंधित जिले में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की स्थिति पर भी चर्चा करना है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोशल मीडिया की बढ़ती भूमिका और उससे उपजी चुनौतियों, फेक न्यूज जैसे मसलों पर भी विस्तार से परिचर्चा करना है.

इससे पूर्व पीआईबी, पटना के सहायक निदेशक संजय कुमार ने स्वागत भाषण में कहा कि पीआईबी, पटना द्वारा आयोजित वार्तालाप के इस दसवें संस्करण का मुख्य उद्येश्य सारण जिले के मीडियकर्मियों के साथ सूचना आदान-प्रदान करने हेतु संबंध स्थापित करना है.

कार्यशाला को वरिष्ठ पत्रकार एच. के. वर्मा, विद्या भूषण श्रीवास्तव, पंकज कुमार, डॉ लाल बाबू यादव,  धीरज पाठक, शशिभूषण पांडे एवम जाकिर अली ने भी संबोधित किया तथा पत्रकारिता के वर्तमान चुनौतियों तथा जिले में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की स्थितियों पर चर्चा की.

इस कार्यशाला का मुख्य उद्येश्य  विकासात्मक रिपोर्टिंग, सामाजिक अभिप्रेरक के रूप में मीडिया के दायित्व, आज के संदर्भ में मीडिया के समक्ष नई चुनौतियों और मीडिया कौशल उन्नयन जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा करना है. साथ ही स्थानीय मीडिया के संदर्भ में सूचनाओं के प्रवाह को बेहतर और प्रभावी बनाने के लिए समुचित सामंजस्य स्थापित करना है.

इस अवसर पर पीआईबी, पटना के द्वारा भारत सरकार की तीन महत्वाकांक्षी और जनकल्याण को समर्पित कार्यक्रम “आयुष्मान भारत”, “स्वच्छ भारत अभियान” तथा “किसानों के आय को दोगुना करने के विभिन्न प्रयासों”पर प्रजेंटेशन के माध्यम से चर्चा करने के साथ ही पीआईबी की संरचनात्मक और कार्यात्मक भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा की गई.

कार्यशाला का संचालन पीआईबी, पटना के सूचना सहायक पवन कुमार सिन्हा तथा सूचना सहायक भुवन कुमार ने किया.

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