Chhapra: नवरात्र में नव दिनों तक आराधना के बाद माता की विदाई की गयी. इस दौरान शहर के काली बाड़ी में पारंपरिक बंगाली रीति रिवाजों के साथ माता की विदाई की गयी. पारंपरिक परिधानों में महिलाओं ने सिंदूर खेला और माता की आराधना की. अगले साल फिर से आने की माता से कामना की.
वही दूसरी ओर शहर के मंदिरों में स्थापित माता की प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया गया. पारंपरिक तरीके से नदी घाटों पर विसर्जन किया गया.