Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

सारण के लाल इस IAS अधिकारी ने अमेरिका में कर दिया कमाल

Chhapra: छपरा के रहने वाले IAS मनीष रंजन ने अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा आयोजित परीक्षा में 104.4 फीसदी अंक लाकर नया कीर्तिमान हासिल किया है. मनीष रांची कैडर के IAS अधिकारी हैं. महमूद चौक निवासी राजबल्लभ प्रसाद सिंह मनीष ने ऐसा करके सारण का नाम विश्व स्तर पर रौशन किया है. वो नगरा प्रखंड के कटेशर गांव के मूल निवासी हैं. IAS मनीष अमेरिका में मास्टर कोर्स करने के लिए गए हैं. जिसमें यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से इन्फ्रेटल स्टैटिक्स कोर्स में उन्होंने 135 नंबर की परीक्षा में कुल 141 अंक अर्जित किए.


आईएएस एसोसिएशन ने ट्वीट करके दी बधाई

आईएएस एसोसिएशन ने ट्वीट करके मनीष रंजन को बधाई दी है. एसोसिएशन ने लिखा है कि कुछ अधिकारी उम्मीद से आगे जाकर प्रदर्शन करते हैं. जबकि कुछ असंभव को संभव कर दिखाते हैं. मनीष ने भी असंभव को संभव कर दिखाया है.

छपरा के युवाओं के मदद के लिए हमेशा तैयार

अपनी सफलता पर मनीष ने कहा कि छपरा मेरी जन्मभूमि है. मैं छपरा की मिट्टी का ऋणी हूं. यहां के युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि जिंदगी में हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखकर किसी भी मुसीबत का डटकर मुकाबला करना चाहिए. सपने हमेशा बड़े देखने चाहिए और सपने देखने से ही सपने साकार होते हैं. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा छपरा के यूथ जेनरेशन की मदद के लिए तैयार रहूंगा. यहां के युवाओं की जिंदगी संवारने में मुझे बहुत खुशी होगी.

2002 बैच के IAS हैं मनीष, देशभर में आया था चौथा रैंक

मनीष रंजन 2002 बैच के IAS अधिकारी हैं. उन्होंने पूरे देश भर में चौथा रैंक हासिल किया था.उन्हें भारत सरकार ने अमेरिका में मास्टर्स इन पब्लिक एसोसिएशनअफेयर्स की पढ़ाई करने के लिए भेजा है. जिसके फाइनल एग्जामिनेशन उम्मीद से कहीं ऊपर उठकर प्रदर्शन करके इतिहास रच दिया है.

कई जिलों में दे चुके हैं सेवा

इससे पहले मनीष हजारीबाग, पाकुर, देवघाट, गढ़वा, खुन्ति, और लतेहर के जिलाअधिकारी रह चुके हैं. उन्होंने इन जिलों में काफी कार्य किया है. साथी साथ वो हेल्थ, एजुकेशन, लेबर और इंडस्ट्री डिपार्टमेंट में भी डायरेक्टर पद पर रह चुके हैं. आईएस मनीष रंजन ने कई किताबें भी लिखी हैं. जिसमें मुख्य रुप से मैनेजमेंट, एपिट्यूड टेस्ट के साथ-साथ बिहार और झारखंड से जुड़ी कई किताबें उन्होंने लिखी हैं.

शूरू से हैं पढ़ाई में तेज

नेतरहाट से 10 वीं, पटना कॉलेज से 12वीं, डीयू से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने देश के सबसे बेहतरीन संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रूरल मैनेजमेंट, गुजरात से 1998 में पीजी की. फिर कुछ सालों बाद IAS की परीक्षा पास की. मनीष शुरू से पढ़ाई में काफी तेज तर्रार रहे हैं. छपरा के हैं उनके एक मित्र अतुल कुमार ने बताया कि उनकी सफलता पर यहां भी खुशी का माहौल है. बचपन से ही वह पढ़ने में काफी तेज और सकारात्मक रहे. शुरू से ही उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाने का इरादा था और लोगों की सेवा करना उनका शौक था जिस पर वह खड़े होते हैं.

Exit mobile version