Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

बिजली विभाग के पदाधिकारियों के बड़बोले-बोल, उपभोक्ता परेशान

छपरा: बिजली व्यवस्था को लेकर राज्य और केंद्र के साथ साथ जिला पदाधिकारी भी संजीदा है लेकिन विभाग के पदाधिकारी सिर्फ अपनी ड्यूटी बजाने और टाल मटोल करने में मशगुल है.

शहर के बीचो-बीच मौना में महेंद्र बाबु के घर के पास पिछले कई वर्षो से दो बिजली के पोल के बीच से बिजली का तार नदारद है. इस बाबत मुहल्ले के उपभोक्ताओ द्वारा कई बार विभाग से तार लगाने के लिए पत्राचार किया गया. लेकिन विभाग हाथ पर हाथ रख के बैठी रही. गोदरेज कंपनी ने भी तार नही लगा देखा तो नया तार नही लगाया.

शुक्रवार को पुनः एक बार फिर बिजली व्यस्था को ठीक करने के लिए तार लगवाने का आग्रह एसडीओ रमेश प्रसाद से किया गया. पहले तो उन्होंने डी एम साहब के पास जाने का हवाला देकर कुछ सुनने से इंकार किया. लेकिन आग्रह पर जब उनसे पूरी बात कहते हुए उपभोक्ताओ की परेशानी से अवगत कराया गया. तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि जब चार-पांच में नही लगा तो चार-पांच महीने और इन्तेजार करिए कोई योजना आएगी तो लगाने का प्रयास किया जायेगा, प्रोजेक्ट विभाग से मिलिए. अभी अगर कोई योजना नही आती है तो इस मोहल्ले में कभी बिजली जाने के आसार नही दिख रहे है.

विदित हो कि इस क्षेत्र में पिछले 30 वर्षो से अधिक से बिजली आपूर्ति की जा रही है. जर्जर तार होने के कारण तार बार बार टूट कर गिर जाते थे. जिससे बार बार बिजली कर्मियों द्वारा उसे ठीक किया जाता था. लेकिन चार वर्ष पूर्व तार नही रहने के कारण  बिजली विभाग ने तार नही जोड़ा और तब से वहाँ तार नही लगी. चार वर्ष में कई बार पत्राचार किया गया. लेकिन तार के नही रहने, बातों को अनसुना करते हुए कोई उपाय नही किया गया. निजीकरण होने पर गोदरेज कंपनी द्वारा तार ठीक करने का हवाला देकर एक बार फिर टाल दिया गया. कंपनी ने तार लगे हुए स्थानों पर ही तार लगाया और फिर उस जगह को छोड़ दिया जहा तार नही थी जिस कारण 150 से अधिक घर बिजली के उपभोक्ता होने के बावजूद बिजली नही जलाते है लेकिन बिल मासिक रूप से जरुर मिल जाता है.

ऐसे में पदाधिकारी द्वारा इस परेशानी का निराकरण करने के बदले इसे और ठंडे बस्ते में डालने की कवायद उपभोक्ताओ की परेशानी को और बढा रही है. उपभोक्ताओ को प्रतिमाह विभाग विधुत बिल तो जरुर भेजेगा लेकिन उसे बिजली 6 माह बाद ही मिलने के आसार है.

Exit mobile version