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छपरा टुडे ने पूछा क्या आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलता है पोषाहार ? लोगों ने कहा आप भी पढ़ें…

छपरा टुडे ने पूछा क्या आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलता है पोषाहार ? लोगों ने कहा सिर्फ कागजों पर बच्चों को मिलता है पोषाहार

Chhapra: राज्य सरकार द्वारा सूबे में बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य सहित जनता को मिलने वाले लाभ को लेकर विगत महीनों से लगातार विभिन्न प्रखंडों में जांच की जा रही है. जिलाधिकारी से लेकर प्रखंड स्तर के पदाधिकारी भी लगातार इस जांच प्रक्रिया को पूर्ण करते है. इस दौरान स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, नल जल, राशन दुकानों की जांच होती है. जहां सबकुछ ठीक पाया जाता है. स्कूलों में बेहतर पढ़ाई होती है, प्रतिदिन मेनू के अनुसार एमडीएम बनता है, बच्चें गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ भोजन पाते है, आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को नाश्ता, भोजन मिलता है, गर्भवती महिलाओं के बीच THR का वितरण होता है, राशन दुकान, नल जल से प्रतिदिन आपूर्ति होती है. इन सभी योजनाओं का लेखा जोखा रिपोर्ट और अभिलेखों की जांच से मिल जाता है. जिसके बाद उस स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, राशन दुकान पर सबकुछ ठीक ठाक होने का प्रमाण दे दिया जाता है. कुल मिलाकर यह जांच सिर्फ कागजों पर टिकी है, जिनका पेपर क्लीन उनका जांच भी सफल. लेकिन असलियत में कुछ और ही मिलता है.

छपरा टुडे ने आम जनता से आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलने वाले पोषाहार की दैनिक सूची जारी करते हुए लोगों से पूछा गया कि क्या आपके मुहल्ले टोलों में बच्चों को यह लाभ मिलता है. लोगों का जवाब आश्चर्य चकित करने वाला था. दो घंटे के अंदर ही 275 लोगों ने इसका जवाब दिया. जिसमे सरकारी तंत्र और कदम कदम पर व्याप्त भ्रष्टाचार होने की बात लोगों ने कही.

लोगों ने कहा की सिर्फ कागजों पर ही योजना का लाभ बच्चों को मिलता है. प्रखंड के सीडीपीओ से लेकर आंगनबाड़ी पर्वेक्षिका और कई अन्य तक सुविधा शुल्क इन्ही पोषाहार के पैसों से दिया जाता है ऐसे में बच्चों के लिए सिर्फ रिपोर्ट पेपर पर ही इस योजना का लाभ मिलता है. बाकी आप भी पढ़ें लोगों के जवाब…

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