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सातवां भोजपुरिया स्वाभिमान सम्मेलन में स्वरलहरी बिखेरेगी शारदा सिन्हा  

सीवान(नवीन सिंह परमार): लोक गीत गायन से सारी दुनिया को अपना कायल बना देने वाली पद्मश्री शारदा सिन्हा इस बार सीवान के पंजवार में आयोजित हो रहें सातवां भोजपुरिया स्वाभिमान सम्मेलन की मुख्य अतिथि होंगी. वे इस कार्यक्रम में अपनी स्वर लहरी बिखेरेगी.

सम्मेलन आयोजन समिति आखर परिवार के वरिष्ठ सदस्य संजय कुमार सिंह से मिलीं जानकारी के अनुसार अपनी सहमति व्यक्त करते हुए शारदा सिन्हा ने बताया कि भोजपुरी साहित्य और संस्कृति के लिये आखर द्वारा किया जानेवाला प्रयास सबके लिये अनुकरणीय है. 
उन्हें ख़ुशी है कि वे देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर आयोजित आयोजन में शामिल होने जा रही.

गौरतलब हो कि देशरत्न की जयंती यूं तो पुरे देश भर में मनाई जाती है. फिर भी सीवान के रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार में होनेवाला भोजपुरिया स्वाभिमान सम्मेलन इस तिथि को ख़ास बना देता है. इस वर्ष 3 दिसंबर को यह आयोजन सातवां सम्मेलन है. श्री सिंह ने बताया कि मातृभाषा की अस्मिता और सम्मान के लिये देश और दुनिया के कोने कोने में फैले लगभग 20 हजार युवाओं का मंच “आखर” वर्षों से इस दिशा में सक्रिय है. वेबसाइट, फेसबुक पेज, ट्वीटर और ऑनलाइन भोजपुरी ई पत्रिका के माध्यम से भोजपुरी साहित्य और संस्कृति का अनुरक्षण और प्रसार के प्रयास आखर द्वारा लगातार किया जा रहा है. वर्ष में एक बार मातृभाषा के लिये समर्पित इन युवाओं का जमावड़ा पंजवार में होता है. साहित्यिक गोष्ठियां होती हैं, सांस्कृतिक आयोजन होते हैं. मातृभाषा की ताकत को हजारों लोगों का समुदाय देखता भी है और गुनता भी है. भोजपुरी के नाम पर अश्लीलता परोसनेवालों को डंके की चोट पर बताया जाता है कि भोजपुरी वह नहीं है जो बाजार में बिकती है. भोजपुरी वह है जो माटी की खुशबू में पलती है, गांव की अमराइयों में जवान होती है और लोक उत्सवों में पैजनी पहनकर नाचती है.

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