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सभी दल एकजुट होकर लड़ें तो भाजपा को परास्त कर सकते हैं : नीतीश कुमार

– ललन सिंह ने कहा, दो की संख्या से शुरू किया था, फिर वापस वहीं पहुंच जाएंगे

पटना: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की तीन दिवसीय बैठक रविवार दोपहर चार बजे संपन्न हो गई। तीन दिनों तक चली इस बैठक में मुख्य रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। इस दौरान कई राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित हुए। आज हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कई अहम मुद्दों पर मंथन हुआ।

बैठक में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी पार्टियां अगर एकजुट होकर लड़े तो परिणाम अच्छा आयेगा। उन्होंने कहा कि मैं संख्या बल की बात नहीं कर रहा हूं लेकिन सब साथ हो तो तो भारी सफलता मिल सकती है।

सीएम नीतीश अपने उस बयान से पलट गए जिसमें उन्होंने भाजपा को 50 सीटों पर समेटने का दावा किया था। नीतीश ने कहा कि वो सीटों की बात नहीं करते हैं लेकिन जब सभी विपक्षी दल एक होंगे तो भाजपा को परास्त कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में वे दिल्ली जाएंगे और वहां विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर उन्हें एकजुट करेंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सात दलों में चार दलों के नेता दिल्ली में ही है। दिल्ली जाने के बाद उनसे मिलेंगे और सभी लोगों से बातचीत करने के बाद आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि उन्होंने तो दो की संख्या से शुरू किया था, वहीं फिर वापस पहुंच जाएंगे। मीडिया ने जब सवाल किया कि अमित शाह भी आ रहे हैं, तो उन्होंने कहा की वो बिहार आ कर सांप्रदायिक सद्भाव को खराब करने की कोशिश करेंगे। बिहार के लोग सतर्क है, उनके आने से यहां के लोगों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा की भाजपा के साथ थे तो बिहार में 40 में 39 सीट मिली थी, इस बार 40 में 40 सीट महागठबंधन को मिलेगी।

जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार के 50 सीटों पर भाजपा के रोकने का फार्मूला बताया। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दल अगर एक साथ एक मंच पर आ जाएंगे तो सब कुछ संभव है। हम सभी की पहली प्राथमिकता देश से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से बेदखल करना है। प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है।

बैठक खत्म होने के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि इस बैठक का एक ही लक्ष्य है। भाजपा को 2024 में हटाना है और महागठबंधन की सरकार दिल्ली में बनाना है। देश में जिस तरीके से नफरत फैलाया जा रहा है, भाजपा के इन मंसूबों को कामयाब नहीं होने देना है।

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