वेटिकन ने कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट को चुना नया पोप, इस पद पर पहुंचने वाले पहले अमेरिकी, ट्रंप ने कहा-यह देश के लिए बहुत बड़ा सम्मान

वेटिकन ने कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट को चुना नया पोप, इस पद पर पहुंचने वाले पहले अमेरिकी, ट्रंप ने कहा-यह देश के लिए बहुत बड़ा सम्मान

वेटिकन सिटी, 09 मई (हि.स.)। वेटिकन ने आज अपना नया पोप कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट को चुन लिया। कैथोलिक प्रमुख के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाले रॉबर्ट प्रीवोस्ट पहले अमेरिकी कार्डिनल हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए सबसे बड़ा सम्मान बताया है। दिवंगत पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी के रूप में उनका चुनाव मतदान के जरिये किया गया। उन्हें पोप लियो के नाम से जाना जाएगा।

सीएनएन की खबर के अनुसार, सेंट पीटर बेसिलिका की बालकनी से पोप के रूप में अपनी पहली टिप्पणी में उन्होंने शांति का आह्वान किया और दिवंगत पोप फ्रांसिस को जनसमूह के सामने श्रद्धांजलि अर्पित की। संयुक्त राज्य अमेरिका के कार्डिनल रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को 267वां पोप चुना गया है। वह जल्द ही दुनिया के 1.4 अरब कैथोलिकों के नए नेता के रूप में सेंट पीटर बेसिलिका की बालकनी में आधिकारिक रूप से कदम रखेंगे।

शिकागो के 69 वर्षीय प्रीवोस्ट वैश्विक अनुभव वाले नेता हैं। उन्होंने अपने करियर का अधिकांश समय दक्षिण अमेरिका में एक मिशनरी के रूप में बिताया और पेरू में बिशप के रूप में कार्य किया। उन्होंने हाल ही में बिशप नियुक्तियों के लिए एक शक्तिशाली वेटिकन कार्यालय का नेतृत्व किया। उनसे पोप फ्रांसिस के सुधारों को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।

133 वोटिंग कार्डिनल थे और उनमें से किसी एक को अगला पोप बनने के लिए दो-तिहाई वोट की आवश्यकता थी। आज दोपहर की शुरुआत में सिस्टिन चैपल के ऊपर सफेद धुआं निकला जो एक नए पोप के चयन का संकेत दे रहा था। वह मतदान में बाजी मार गए। रॉबर्ट प्रीवोस्ट का जन्म 1955 में शिकागो के इलिनोइस में हुआ था।

प्रीवोस्ट ने पेंसिल्वेनिया के विलानोवा विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और शिकागो के कैथोलिक थियोलॉजिकल यूनियन से धर्मशास्त्र में डिप्लोमा प्राप्त किया। बाद में उन्हें पोंटिफिकल सेंट थॉमस एक्विनास विश्वविद्यालय में कैनन कानून का अध्ययन करने के लिए रोम भेजा गया और जून 1982 में एक पुजारी के रूप में नियुक्त किया गया। यह कहा जाता है कि अमेरिका के अत्यधिक वैश्विक राजनीतिक प्रभाव के कारण कार्डिनल निर्वाचक हमेशा अमेरिका से पोप चुनने से कतराते हैं। उन्होंने इसे गलत साबित कर दिया।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका जश्न मनाया कि कार्डिनल्स के कॉलेज ने अपना पहला अमेरिकी पोप शिकागो के कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट को चुना। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए बड़ा सम्मान है। लियो ने उन्हें पोप के रूप में चुनने के लिए अपने कार्डिनल भाइयों का आभार जताया है।

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