चंडीगढ़, 29 मई (हि.स.)। पाकिस्तान ने करीब डेढ़ साल तक जेल में सजा काटने के बाद पांच भारतीयों को रिहा कर दिया है। इनमें मां-बेटे और तीन अन्य लोग हैं। महिला असम की रहने वाली है। पांचों ने बुधवार को अटारी-बाघा सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश किया।
असम की रहने वाली महिला वहीदा बेगम के साथ उसका 11 साल का बेटा फैज खान भी है। यह महिला एक ट्रैवल एजेंट के धोखे का शिकार होकर पाकिस्तान पहुंच गई थी। एजेंट ने कनाडा भेजने का वादा करके अफगानिस्तान में छोड़ दिया। सीमा पार करने के बाद वहीदा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पासपोर्ट और वीजा की कमी के कारण नवंबर 2022 से क्वेटा जेल में रखा गया था। रिहा किए गए तीन अन्य लोगों में सूरज पाल, रमेश और शब्बीर अहमद हैं।
वहीदा ने बताया कि उन्होंने और उनके बेटे ने दुबई में 7 दिन और कंधार में 7 दिन बिताए। उन्हें चमन सीमा पार करने के लिए मजबूर किया गया। जहां उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया। गदानी जेल में स्थानांतरित होने से पहले उन्होंने क्वेटा जेल में लगभग 6 महीने बिताए। भारत सरकार के प्रयासों और इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की मदद से वहीदा करीब डेढ़ साल बाद वापस लौट रही है। स्थानीय वकील संतोष कुमार सुमन ने भी रिहाई के लिए प्रयास किए।