आईएनएस सुदर्शनी ‘दोस्ती के पुल’ को मजबूत करने पहुंचा दुबई बंदरगाह

आईएनएस सुदर्शनी ‘दोस्ती के पुल’ को मजबूत करने पहुंचा दुबई बंदरगाह

– यूएई नौसेना कर्मियों के साथ पेशेवर और प्रशिक्षण पहलुओं में सक्रिय रूप से शामिल होगा
– मित्र देशों की नौसेनाओं के कनिष्ठ अधिकारियों को प्रशिक्षण दे रहा है आईएनएस सुदर्शनी

नई दिल्ली: फारस की खाड़ी में तैनात भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सुदर्शनी ने ओमान का दौरा पूरा करने के बाद दूसरे चरण में बुधवार को पोर्ट राशिद, दुबई (यूएई) में प्रवेश किया। खाड़ी देशों में भारतीय नौसेना के जहाज की तैनाती का मकसद मित्रवत विदेशी नौसेनाओं के साथ ‘ब्रिज ऑफ फ्रेंडशिप’ को मजबूत करना है। साथ ही प्रशिक्षण प्लेटफार्मों पर संचालन और प्रशिक्षण के माध्यम से नौसेनाओं को परिचित कराना है। दुबई में प्रवास के दौरान यह जहाज यूएई नौसेना कर्मियों के साथ पेशेवर और प्रशिक्षण पहलुओं के आदान-प्रदान में सक्रिय रूप से शामिल होगा।

भारतीय नौसेना के सेल ट्रेनिंग शिप आईएनएस सुदर्शिनी ने पहले चरण में तीन दिवसीय ऑपरेशनल टर्न राउंड (ओटीआर) के लिए 5-8 दिसंबर तक पोर्ट सुल्तान काबूस, मस्कट, ओमान का दौरा किया। यह जहाज दक्षिणी नौसेना कमान के तहत कोच्चि स्थित पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन का हिस्सा है, जो भारतीय नौसेना के समुद्री प्रशिक्षुओं को शुरुआती समुद्री अनुभव प्रदान करता है। आईएनएस सुदर्शनी अपने सहयोगी पोत आईएनएस तरंगिनी के साथ यह फर्स्ट ट्रेनिंग स्क्वाड्रन में सेल प्रशिक्षण का कार्य करता है और भारतीय नौसेना के साथ-साथ मित्र देशों की नौसेनाओं के कनिष्ठ अधिकारियों को सेल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। इस समय यह जहाज मध्य पूर्व में तैनात है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मित्रवत विदेशी देशों के साथ ‘दोस्ती के पुल’ को मजबूत करना है और साथ ही खाड़ी में बसे भारतीय प्रवासियों तक पहुंचना है।

मस्कट में अपने प्रवास के दौरान जहाज के चालक दल ने ओमान की रॉयल नेवी के साथ बड़े पैमाने पर काम किया। कमांडिंग ऑफिसर कमांडर श्रीकांत वेणुगोपाल ने रॉयल नेवी ऑफ़ ओमान (आरएनओ) मुख्यालय का आधिकारिक दौरा किया और आरएनओ के मानव संसाधन महानिदेशक कैप्टन अली अल होसिनी के साथ बातचीत की। इस दौरान चर्चा के विषयों में नौसेना सहयोग, युवा अधिकारियों का प्रशिक्षण और सेल प्रशिक्षण के आयाम शामिल थे। जहाज ने आरएनओ के सेल ट्रेनिंग शिप शबाब ओमान II और वुधम नेवल बेस के दौरे के रूप में ऑपरेशनल आदान-प्रदान करने के साथ ही समुद्र संबंधी अनुभव के लिए पांच सी राइडर्स को भी शामिल किया। कमांडिंग ऑफिसर ने ओमान, मस्कट में भारत के राजदूत अमित नारंग से भी मुलाकात की। भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के साथ राजदूत ने भी जहाज का दौरा किया और जहाज पर एक मेल मिलाप दौरा आयोजित किया गया।

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