New Delhi: सितंबर माह में रूस में होने वाले बहु-राष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में पहली बार भारत और पाकिस्तान एक साथ हिस्सा लेंगे. इस सैन्य अभ्यास में चीन और कई अन्य देश भी शामिल होंगे. इस सैन्य अभ्यास का मकसद आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाना है.
यह अभ्यास रूस के उराल पर्वत क्षेत्र पर आयोजित किया जाएगा और एससीओ के लगभग सभी सदस्य इसका हिस्सा बनेंगे.
सैन्य अभ्यास शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की रूपरेखा के तहत किया जाएगा. सुरक्षा समूह की इस संस्था पर चीन का प्रभुत्व है जिसे अब नाटो की बराबरी कर सकने वाली संस्था के तौर पर देखा जा रहा है.