Chhapra: छपरा को ओडीएफ घोषित करने के  दिशा में शनिवार को नगर निगम कार्यालय में शौचालय बनवाने को लेकर आवेदन प्राप्त पर उनका निष्पादन करने के लिए शिविर लगाया गया. शिविर में 150 से अधिक शौचालय विहीन परिवारों ने अपना आवेदन जमा किया. जिनमें से 55 आवेदनों का जांच के बाद निष्पादन कर दिया गया. इन परिवारों को बुधवार तक उनके खाते में शौचालय निर्माण की प्रथम क़िस्त राशि भेज जायेगी.

इस मौके पर  विभीन्न वार्डों के लोगों ने शौचालय निर्माण के लिए अपने-आपने आवेदन जमा किया.
जल्द होगा आवेदनों का निष्पादन: नगर आयुक्त
गौरतलब है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय विहीन परिवारों को शौचालय बनवाने के लिए दो मुश्त में 12 हज़ार रुपये दिये जा रहे हैं. साथ ही साथ नगर विकास एवम आवास विभाग का निर्देश भी है कि 2 अक्टूबर तक छपरा को खुले में शौच से मुक्त करना है. इसी दिशा में नगर आयुक्त अजय सिन्हा के देखरेख में

शनिवार को शिविर लगाकर शौचालय निर्माण के लिए आवेदन स्वीकार किये गए. वहीं नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि  जो भी आवेदन प्राप्त हो रहे हैं. उनका निष्पादन जल्द से जल्द किया जाय.
उन्होंने बताया कि शहर को खुले में शौच से मुक्त कराने हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है. बहुत जल्द ही पूरे छपरा शहर को ओडीएफ घोषित कर दिया जाएगा. इस शिविर में नगर आयुक्त अजय सिन्हा के साथ, मेयर प्रिया सिंह, उपमेयर अमितांजली सोनी व अन्य वार्ड पार्षद भी उपस्थित रहे.

 

 

Chhapra: छपरा को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए नगर निगम लगातार प्रयास कर रहा है. नगर विकास विभाग के निर्देश के बाद इस दिशा में होने वाले कार्य में तेज़ी आयी है. विभाग से नगर निगम को 2 अक्टूबर के पहले छपरा को ओडीएफ घोषित करने का निर्देश मिला है. इसका मतलब 2 अक्टूबर से पहले खुले में शौच जाने वालों को अब शौचालय मुहैया करा दी जायेगी.

शौचालय बनाने के लिए मिल रहा 12 हजार:
आपको बता दे कि शौचालय बनाने के लिए नगर निगम द्वारा लोगों को दो मुश्त में कुल 12 हजार की अनुदान राशी दी जा रही है. जिसमे प्रथम क़िस्त में 7500 और शौचालय निर्माण के बाद दूसरा मुश्त 4500 रूपए लाभुको के खाते में भेजे जा रहे हैं.

छपरा में 6500 परिवार हैं शौचालय विहीन:

2018 में नगर निगम द्वारा कराये गये सर्वे में लगभग 6500 परिवारों में शौचालय नहीं होने की बात सामने आयी थी. जिसमें नगर निगम के 5500 परिवारों को शौचालय बनाने के लिए प्रथम क़िस्त की राशि दी जा चुकी है. जिसमे लगभग 4500 परिवारों को दूसरी क़िस्त की राशि भी भेज दी गयी है.

शौचालय बनाने के लिए जमीन नहीं तो बनेगा सामुदायिक शौचालय:
साथ ही वैसे परिवार जिनके पास शौचालय बनाने के लिए पर्याप्त जमीन नहीं है उनके लिए नगर निगम सामुदायिक शौचालय बनवायेगा. इसके अलावें नगर निगम 500 से अधिक मोबाइल टॉयलेट खरीदने की तैयारी कर रहा है. जिसमें टेंडर के जरिए 500 से अधिक चलंत शौचालय खरीदे जायेंगे.

45 में से 28 वार्ड ओडीएफ घोषित:

गौरतलब है कि छपरा नगर निगम के 45 वार्डों में से 28 वार्डों को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है. 2 अक्टूबर से पूर्व अन्य वार्डों को भी ओडीएफ घोषित करने के लिए नगर निगम लगातार प्रयास कर रहा है.

क्या बोले नगर आयुक्त:

नगर आयुक्त अजय सिन्हा ने कहा कि छपरा नगर निगम के सभी वार्डो में इसके लिए कार्य किये जा रहे हैं. 2 अक्टूबर से पूर्व सभी वार्डों को ओडीएफ घोषित कर दिया जायेगा.