इसुआपुर में शास्त्र मर्मज्ञ विद्वान पंडितों की हुई बैठक, 7 अक्टूबर को मनाए जीवत्पुत्रिका व्रत

Isuapur: इसुआपुर बाजार स्थित बिशुनपुरा धर्मशाला परिसर में जिले के शास्त्र मर्मज्ञ विद्वान पंडितो, मनीषियों, आचार्यों की बैठक पूर्व प्राचार्य आचार्य सुधाकर दत्त उपाध्याय की अध्यक्षता में हुई। जिसमें व्रत त्योहारों की तिथि में अलग-अलग तर्क व मतभेदों पर विस्तार से मंथन व चर्चा की गई।

जीवत्पुत्रिका व्रत के बारे में बताया गया कि 7 अक्टूबर को अष्टमी तिथि में सूर्योदय हो रहा है। जीवत्पुत्रिका का व्रत उदय कालीन अष्टमी तिथि को ही किया जाना चाहिए। सप्तमी अष्टमी यानी जीवात्पुत्रिका व्रत कदापि करने योग्य नहीं है।

” यात्रोदयं वै कुरुते दिनेश: तथा भवएज्जईवइत पत्रिका सा ”

साथ ही कहा गया कि ज्योतिषशास्त्र षट्शास्त्रों का नेत्र है। इस शास्त्र में मानव जीवन के कल्याणार्थ मांगलिक मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं।

” देवता मंत्राधीना ते मंत्रा: ब्रह्मणाधीना ” अर्थात् चतुर्वर्गाश्रम व्यवस्था महाराज मनु के द्वारा रचित ग्रंथ में इसकी विशद व्याख्या की गई है। सभी वर्णों में ब्राह्मणों को श्रेष्ठ माना गया है। क्योंकि ब्राह्मण ही समाज का सम्यक दशा और दिशा के ज्ञान और भान कराने वाले होते हैं। जीवत्पुत्रिका व्रत की तिथि के बारे में वैसे तो ” नैकोमतिर्यस्य मतं विभिन्ने ” इस सिद्धांत के द्वारा महाजनों येन गत: स पश्चात ” इस निर्णय से मनीषियों के द्वारा प्रत्येक व्रत त्योहारों के संबंध में अपना सटिक, उचित एवं व्यवहारयुक्त निर्णय दिया गया है। प्रत्येक व्यावहारिक पंचांगों में किसी भी व्रत त्यौहार के संबंध में ठोस प्रमाणों के द्वारा सही निर्णय दिया जाता रहा है।

वहीं निर्णय सर्वजन हृदयग्राही माना जाता रहा है। किंतु इस वर्ष जीवत्पुत्रिका व्रत के संबंध में विगत निर्णयों को दरकिनार करते हुए कुछ भ्रामक, तथ्यहीन एवं परंपरा से हटकर पंचांगकारों ने ब्राह्मण समाज को आपस में वाद विवाद कराने का कार्य किया है।

पूर्व प्राचार्य आचार्य रामेश्वर दुबे ने कहा कि आज भी इस समाज में शास्त्रों के मर्मज्ञ मनीषी विद्वान विद्यमान हैं। विद्वानों, ब्राह्मणों को समाज में जो इज्जत, प्रतिष्ठा मिल रही है, हमें उसे बरकरार रखना होगा। खासकर हमारी अगली पीढ़ी को अपने शिक्षा, संस्कार, चरित्र व कर्तव्यों से हमारी संस्कृति को संजोए रखना होगा।

बैठक में पूर्व प्राचार्य आचार्य यदुनंदन पाठक, पूर्व प्राचार्य आचार्य भागवत पाठक, पूर्व प्राचार्य आचार्य सुरेन्द्र उपाध्याय, पूर्व प्राचार्य आचार्य विश्वनाथ तिवारी, पूर्व प्राचार्य आचार्य रामेश्वर दुबे, आचार्य अशोक तिवारी, शिक्षक आचार्य बबन तिवारी, आचार्य अनंत उपाध्याय, पंडित नंदकिशोर चतुर्वेदी, हरिवंश दुबे, दीपक शांडिल्य, सुजीत चौबे, कमलाकांत तिवारी, वशिष्ठ नारायण पांडेय व अन्य थे।

Chhapra: छपरा में 44वीं जिला स्तरीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन 1 अक्टूबर को खेल भवन में किया जाएगा। प्रतियोगिता का उद्घाटन एमएलसी सच्चिदानंद राय करेंगे। इस प्रतियोगिता में जिले के चुनिंदा डेढ़ सौ खिलाड़ी शामिल होंगे। पहली बार जिला स्तर की प्रतियोगिता बृहद स्तर पर किया जा रहा है जिसमें सारण जिले के पुरूष और महिला प्रतिभागी शामिल होंगे।

आयोजन समिति के अध्यक्ष CA अमित कुमार ने सम्बोधित किया और कहा कि छपरा के खेल भवन में एक दिवसीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन 1 अक्टूबर को किया जाएगा। जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस प्रतियोगिता में 5 श्रेणी (उम्र 9 से 20+ ) के प्रतिभागी शामिल होंगे। आयोजन समिति खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देगी और इस प्रतियोगिता को ऐतिहासिक बनाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ता है । उन्होंने कहा कि बच्चे सिर्फ नौकरी के लिए ही खेल में आते हैं लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए बल्कि बच्चों को खेल -खेल भावना से खेलना चाहिए । ऐसा करके वह अपने राज्य और राष्ट्र का नाम रोशन कर सकते हैं 44वी सारण जिला भारोत्तोलन प्रतियोगिता 1 अक्टूबर को, एमएलसी सच्चिदानंद राय करेंगे उद्घाटन।

सारण जिला भारोत्तोलन संघ के उपाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया और कहा कि विधान पार्षद सच्चिदानंद राय ने समिति के आग्रह पर प्रतियोगिता के उद्घाटन की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय भारतोलन प्रतियोगिता इस बार भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा और खिलाड़ियों को आकर्षक पुरस्कार भी दिया जाएगा।

बैठक को प्रदेश सचिव सुरेश प्रसाद सिंह ने सम्बोधित किया और संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान अभय प्रकाश ,सौरभ कुमार ट्विंकल, चन्द्रप्रकाश राज, प्रो.देवेश चन्द्र राय मौजूद रहे।

Chhapra: पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम के यौम-ए-पैदाइश के मौके पर रविवार को जिला भर में धूमधाम से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया. इस दौरान मुस्लिम समुदाय में एक अलग ही रौनक दिखाई दे रही थी. मानो जुलूस में शामिल होने के लिए पूरा जनसैलाब उमड़ पड़ा हो. सिर पर हरा, गुलाबी साफा बांध रंग बिरंगे साफ-शफाफ कपड़ों में सजे लोग एक हाथ में मजहबी परचम तो दूसरे हाथ में तिरंगा थाम इसे लहराते हुए माहौल को नूरानी बना रहे थे.

जुलूस में शामिल ऊंट, घोड़े और तरह-तरह की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं तो हर तरफ नबी की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा, हुजूर की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा की सदाएं बुलंद होती रहीं. ओलेमा जहां दरूद-व-सलाम पेश कर रहे थे वहीं शायर व नातख्वां तरन्नुम में मनकबत, हम्द और नात पेश कर माहौल को सरशार कर रहे थे. जुलूस में युवा और बुजुर्गों के अलावा बच्चों का उत्साह भी देखते ही बन रहा था. बग्घी, दुपहिया और चार पहिया वाहनों पर सवार होकर लोग जुलूस में शामिल हुए.

रास्ते भर जुलूस में शामिल लोगों के लिए मुस्लिम व हिन्दू भाइयों की ओर से चाय व खाने पीने की चीजों का वितरण भी होता रहा. नबी के दिवानों पर कई जगह लोगों ने फूल भी बरसाए. वहीं शहर के मध्य में अवस्थित दारूल उलूम नईमिया, जामा मस्जिद में रात भर जलसा चला. जिसमें देश भर के मशहूर ओलेमा ने नबी के सीरत और तालीम पर रोशनी डाली. शायरों ने भी समां बांधा.

सुबह की नमाज के बाद जुलूस निकला जो साहेबगंज, हथुआ मार्केट, थाना चौक, मजहरुल हक पथ, डाकबंगला रोड, मालखाना चौक, सदर अस्पताल, दरोगा राय चौक होते हुए जुमनी मस्जिद तक गया जहां नबी की सीरत को ब्यान किया गया और सलात-ओ-सलाम पर जलूस समाप्त हुआ.

दारूल उलूम रजविया के तत्वावधान में मौलाना रज्जबुल कादरी की कयादत में निकला जुलूस बड़ा तेलपा, चांदनी चौक, बिचला तेलपा, कोरार, न्यू कालोनी, छोटा तेलपा, कटहरी बाग, करीमचक, सरकारी बाजार, खनुआ होते हुए कुंवारे पीर बाबा के मजारपर पहुंचा. जहां सलात-ओ-सलाम पर जुलुस मुकम्मल हुआ.

इस के साथ ही ब्रह्मपुर से हाजी आफताब आलम की कयादत में जुलूस ने पूर्वी छोर से पश्चिम तक पूरे शहर का दौरा किया. इसके अलावा मिर्चईया टोला, गडही तीर, दहियावां आदि शहरी इलाकों समेत ग्रामीण क्षेत्र के बनियापुर, कोपा, मशरक, मानपुर, खैरा, दिघवारा, एकमा, दाऊदपुर, लहलादपुर, तरैया, नगरा, मकेर, अमनौर, सोनपुर, दरियापुर, मिर्जापुर, तुजारपुर आदि जगहों पर भी मजहबी जोश, आपसी सद्भाव व देश प्रेम के अद्भुत जज्बा के साथ जुलूस-ए-मुहम्मदी का आयोजन किया गया.

Chhapra: शहीद भगत सिंह की 128वीं जयंती गौतम कॉलेज ऑफ एजुकेशन में समारोह पूर्वक मनाया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय मे छात्रों द्वारा भगत सिंह की जीवनी एवं क्रांतिकारी गतिविधियों से सम्बन्धित पोस्टर प्रदर्शनी आयोजित किया गया तथा साथ ही साथ कालेज के सभागार में जयंती दिवस को समर्पित “शहीदों के सपनों का भारत” विषयक सेमिनार का भी आयोजन किया गया। जिसमे शिक्षक एवं छात्रों ने बढ चढ़कर हिस्सा लिया तथा अपने अपने विचार रखे।

कार्यक्रम की शुरुआत शहीद भगत सिंह के तैल चित्र पर शिक्षकों तथा छात्रों द्वारा माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि के साथ हुआ। सेमिनार मे छात्रों को सम्बोधित करते हुए कालेज के प्राध्यापक शैलेन्द्र यादव ने कहा कि देश के छात्र नौजवानों को भगत सिंह को अपने रोल माँडल के रुप मे अपनाना चाहिए क्योंकि छात्र नौजवानों के असली हीरो भगत सिंह ही है। छात्र शशिकांत ने अपने सम्बोधन मे कहा कि भगत सिंह छात्र नौजवानों के प्रेरणा स्रोत है। छात्रा स्मृति ने सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास मे भगत सिंह के क्रांतिकारी गतिविधियों एवं विचारों का एक अपना इतिहास है जो हमेशा सूर्य की भांति चमकता रहेगा एवं लोग प्रेरणा लेते रहेंगे।

कार्यक्रम को मुख्य रुप से कालेज के शिक्षक एवं शिक्षिका क्रमशः प्रो०दिलीप कुमार (प्रभारी प्राचार्य), प्रो० ज्ञानचंद , प्रो०पूजा यादव, प्रो०धनंजय कुमार, प्रो०राधेश्याम राय, प्रो० कुमारी रोमा कुमारी, मनीष सिंह, प्रणय प्रभाकर, देवदास राय, वरुण कुमार, छात्र एवं छात्राए क्रमशः शुभम कुमार सिंह, कोमल कुमारी, गाँधी चौधरी, सुशांत सिंह, दिपक कुमार सिंह, स्मिता कुमारी, नेहा कुमारी, आनंद कुमार, रिमझिम कुमारी, आनिता कुमारी, मनिषा कुमारी, रकिबा खातुन, सागुफ्ता खातीन, अलका कुमारी, आभा रानी आदि ने अपने विचार रखे।

Chhapra: लायंस क्लब छपरा टाउन के द्वारा आज पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन बारह रबिउवअल्ला के उपलक्ष में लायंस क्लब छपरा टाउन के तरफ से जुलुश में शामिल सभी मुस्लिम भाइयों के लिये खाने पीने का इंतेजाम किया गया।।

इस जुलूस में शामिल मुस्लिम भाइयों के लिए शरबत,बिस्किट , बालुसाही मिठाई आदि दिया गया।

इसकी अध्यक्षता लायन सन्नी पठान और लायन राज जी के द्वारा किया गया।

आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से अध्यक्ष लायन गोविंद सोनी, लायन कुंवर जायसवाल, लायन अमित सिंह, लायन आदित्य कुमार, लियो विकाश कुमार, लियो अध्यक्ष आशुतोष पांडेय, लियो सचिव अमित सोनी, लियो सलमान, लियो आदर्श सिंह, लियो मनीष कुमार आदि सदस्य मौजूद रहे।

  • छपरा शाखा नहर और महाराजगंज उपशाखा नहर में भी करोड़ों की लागत से कराया जाएगा पुनर्स्थापन कार्य
  • गोपालगंज, सिवान और सारण जिले के कई प्रखंडों के किसानों को सुचारु रूप से मिलने लगेगी सिंचाई सुविधा
  • जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने महाराजगंज प्रखंड में छपरा शाखा नहर और महाराजगंज उपशाखा नहर का किया स्थल निरीक्षण, अधिकारियों को दिये कई निर्देश

Chhapra: मंत्री जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग संजय कुमार झा ने बुधवार को सिवान जिले के महाराजगंज प्रखंड में छपरा शाखा नहर के वि.दू. 100.25 और महाराजगंज उपशाखा नहर के वि.दू. 0.00 पर स्थल निरीक्षण किया तथा क्षेत्रवासियों के साथ संवाद किया। इसके उपरांत उन्होंने जिला अतिथिगृह, छपरा (सारण) में आयोजित समीक्षा बैठक में सारण, सिवान और गोपालगंज जिले में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा कर अधिकारीगण को कई जरूरी निर्देश दिए।

उल्लेखनीय है कि सारण, सिवान और गोपालगंज जिले के कुछ विधायक पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले थे और क्षेत्र में सिंचाई के लिए नहर का पानी मिलने में आ रही दिक्कतों की जानकारी दी थी। इस पर मुख्यमंत्री ने जल संसाधन मंत्री को स्थल निरीक्षण कर स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश दिये थे।

समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मा मंत्री श्री संजय कुमार झा ने बताया कि सारण मुख्य नहर कच्चा होने के कारण इसके तल में गाद भर गया है। इससे सारण मुख्य नहर में निर्धारित 8500 क्यूसेक जलस्राव की जगह सिर्फ 3400 क्यूसेक जलस्राव प्रवाहित हो पाता है। यानी मुख्य नहर में रुपांकित जलस्राव के आधे से भी काफी कम पानी प्रवाहित हो पाता था। इसके समाधान के लिए सारण मुख्य नहर के वि०दू० 0.00 से वि०दू० 55.75 तक कुल 17 किमी लंबाई में 334 करोड़ रुपये की लागत से गाद सफाई तथा लाईनिंग (नहर के पक्कीकरण) का कार्य कराया जाएगा। सारण मुख्य नहर में जलस्राव बढ़ने पर छपरा शाखा नहर में पानी पहुंचने लगेगा।

 मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि सारण मुख्य नहर के वि०दू०113.00 से छपरा शाखा नहर निकलती है और छपरा शाखा नहर के वि०दू० 100.25 से महाराजगंज उपशाखा नहर निकलती है। छपरा शाखा नहर के वि०दू० 0.00 से वि०दू० 100.25 तक और महाराजगंज उपशाखा नहर के वि०दू० 0.00 से 53.00 तक के भाग में भी अत्यधिक गाद जमा हो गया है। इससे इन नहरों में भी रूपांकित जलश्राव प्रवाहित नहीं हो पा रहा है। इसके समाधान के लिए ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम के तहत छपरा शाखा नहर के वि०दू० 0.00 से 100.00 तक पुनर्स्थापन कार्य (अनुमानित लागत 17 करोड़ 28 लाख 48 हजार रुपये) और महाराजगंज उपशाखा नहर के वि०दू० 0.00 से 53.00 तक पुनर्स्थापन कार्य (अनुमानित लागत 4 करोड़ 77 लाख 30 हजार रुपये) का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है। उक्त नहरों के पुनर्स्थापन की योजनाओं के कार्यान्वयन से गोपालगंज जिले के मांझा एवं कुचायकोट प्रखंड, सिवान जिले के बड़हरिया, पंचरुखी, महाराजगंज एवं दरौंदा प्रखंड तथा सारण जिले के मांझी प्रखंड के किसानों को सुचारु रूप से सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘सात निश्चय 2’ में घोषित ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ से संबंधित योजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए जल संसाधन सहित सभी संबंधित विभागों द्वारा तेजी से कार्य कराये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री खुद इन योजनाओं की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा कर रहे हैं। राज्य सरकार वर्ष 2025 तक बिहार के हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के महत्वाकांक्षी सपने को पूरा करने के लिए तत्पर है।

जिला अतिथिगृह, छपरा (सारण) में आयोजित समीक्षा बैठक में कला, संस्कृति तथा युवा मंत्री जितेंद्र कुमार राय, मांझी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ सत्येंद्र यादव, छपरा सदर के विधायक डॉ सी० एन० गुप्ता, अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार मंटु, सारण के जिलाधिकारी अमन समीर, इंजीनियर इन चीफ (सिंचाई सृजन) ईश्वर चंद्र ठाकुर के अलावा जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारी एवं अभियंता मौजूद थे।

हांगझू, 26 सितंबर (हि.स.)। भारतीय घुड़सवारी ड्रेसेज टीम ने मंगलवार को एशियाई खेल 2023 में भारत के लिए तीसरा स्वर्ण पदक जीता। यह एशियाड में घुड़सवारी ड्रेसेज में भारत का पहला पोडियम फिनिश है।

हृदय छेदा, दिव्यकृति सिंह, अनुष अग्रवाल और सुदीप्ति हजेला की भारतीय मिश्रित टीम ने घुड़सवारी ड्रेसेज में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। इस प्रतियोगिता में 41 साल बाद भारत ने स्वर्ण जीता है।

भारत ने कुल 209.205 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि चीन ने 204.882 अंकों के साथ रजत पदक पर कब्जा किया, वहीं हांगकांग (चीन) ने 204.852 अंकों के साथ कांस्य पदक पर कब्जा किया।

इससे पहले आज नौकायन में भारत ने एक रजत सहित कुल तीन पदक जीते। भारतीय महिला नाविक 17 वर्षीय नेहा ठाकुर ने जहां लड़कियों की डिंगी- आईएलसीए 4 श्रेणी में रजत पदक जीता, वहीं, विष्णु सरवनन ने पुरुषों की डिंगी – आईएलसीए7 स्पर्धा में 34 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता, इसके बाद इबाद अली पुरुषों की विंडसर्फर आरएस:एक्स स्पर्धा में 52 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

बता दें कि भारत ने अब तक इन खेलों में14 पदक अपने नाम कर लिये हैं, जिनमें तीन स्वर्ण,चार रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं। भारत पदक तालिका में छठे स्थान पर है।

पटना, 26 सितंबर (हि.स.)। बिहार में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रहे हैं। अस्पतालों के डेंगू वार्ड में बेड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। डेंगू के कई मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये है लेकिन डेंगू से पीड़ित मरीजों के अस्पताल आने का सिलसिला जारी है। राजधानी पटना में पिछले 24 घंटे में पटना जिले में डेंगू के सिर्फ 16 मरीज पाये गये। इसके साथ जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या अब 1395 तक पहुंच गई है।

पटना में डेंगू के 186 नये मरीज पाये गये हैं। इसके अलावा भागलपुर में डेंगू संक्रमितों की संख्या अधिक है। भागलपुर जिले में सर्वाधिक 31 नये डेंगू के मरीज मिले है। मुंगेर दूसरे नंबर पर है, जहां 23 नये डेंगू मरीज पाये गये हैं। इस वर्ष पूरे राज्य में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 4643 हो गयी है। हर दिन करीब औसतन 30 नये मरीज मिल रहे थे। सिर्फ सितंबर में डेंगू 4368 के मरीज पाये गये हैं। भागलपुर जिले में सोमवार को डेंगू के 31 नये मरीज मिले हैं। एलिजा जांच में सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

भागलपुर में चार और मुजफ्फरपुर में दो लोगों की हो चुकी है मौत

सिविल सर्जन डॉ अंजना कुमारी के अनुसार भागलपुर में डेंगू से अब तक चार मरीजों की मौत हो गयी है। मायागंज अस्पताल में 25 मरीज पाये गये। मायागंज अस्पताल में सोमवार को 34 नये मरीज भर्ती किये गये। डेंगू के 34 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। एक मरीज बगैर बताए ही चला गया। पांच मरीज सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में हुई जांच में मिले। अब तक भागलपुर में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 653 हो गयी है।

मुजफ्फरपुर में डेंगू से दो मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्कूलों में बच्चों को जागरूक करने के लिए गाइडलाइन जारी की गयी है। सारण में अब- तक 163 मरीज की पुष्टि हुई है। गंगा के किनारे बसे शहर बेगूसराय में अब तक 700 से अधिक मामले पाये गये हैं। इसके अलावा गंगा-गंडक तट पर बसे हाजीपुर में मरीजों का आंकड़ा 185 पर पहुंच चुका है। सीवान में 96 और औरंगाबाद में 143 संक्रमित मिले है। गोपालगंज जिले में मरीजों की संख्या 38 हो चुकी है। नालंदा में तीन दिनों में 19 नये संक्रमित मिले है।

आईजीआईएमएस के इंडोक्रोनोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि डेंगू वायरस के कारण होती है। इसलिए इसमें एंटीबायोटिक्स काम नहीं करते। इसका कोई इलाज मौजूद नहीं है। एंटीवायरल दवाओं से लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जाता है। ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ लेना चाहिए। उल्टी की वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इसलिए सादे पानी के साथ ही जूस, नारियल पानी आदि का सेवन करें। डेंगू के कुछ लक्षण दिखते हीं तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। साथ ही डेंगू के मच्छर को पनपने से रोकन और उसके काटने से बचने का हर संभव प्रयास करें।

– इसी तरह के 15 और विमान फ्रांस से ‘फ़्लाइंग मोड’ में आएंगे, 40 भारत में बनाएगी टाटा कंपनी

– हिंडन एयरबेस पर 50 से अधिक लाइव हवाई प्रदर्शन करके भारत की ड्रोन क्षमता दिखाई गई

नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। फ्रांस से भारत को मिला पहला सी-295 परिवहन विमान सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विधि-विधान से पूजा करके वायु सेना के बेड़े में शामिल किया। इससे सेना की रसद तथा अन्य क्षमताओं में बढ़ावा होगा। यह भव्य कार्यक्रम एयर फ़ोर्स के हिंडन एयरबेस पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की मौजूदगी में हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्री को विमान की इंडक्शन चाबी सौंपी। इसी तरह के 15 और विमान फ्रांस से ‘फ़्लाइंग मोड’ में आयेंगे और 40 सैन्य परिवहन विमान टाटा कंपनी भारत में ही निर्माण करेगी।

एयर फ़ोर्स के हिंडन एयरबेस पर आज सुबह भारत ड्रोन शक्ति-2023 कार्यक्रम में विभिन्न क्षमताओं वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ शामिल हुए। यहां 50 किलो से 100 किलो तक वजन ले जाने की क्षमता वाले ड्रोन का अद्भुत प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा किसानों को खेती में काम आने वाले, चिकित्सा सहायता के लिए एक जगह से दूसरी जगह मेडिकल सामग्री पहुंचाने, युद्ध के दौरान बमबारी करने वाले, सीमा पर सैनिकों की अग्रिम चौकियों तक खाद्य एवं रसद सामग्री पहुंचाने वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया।

भारत ड्रोन शक्ति-2023 के दौरान प्रदर्शित ड्रोन की एक कॉम्पैक्ट प्रणाली दिखाई गई, जिसे मोटरसाइकिल पर ले जाया जा सकता है। विशेष मोटरसाइकिलों को बिना असेंबल किए ड्रोन ले जाने के लिए अनुकूलित किया गया है। आधुनिक कृषि पद्धतियों को शुरू करने के लिए किसान ड्रोन को ग्रामीण इलाकों में मोटरसाइकिलों का उपयोग करके ले जाया जा सकता है। भारतीय ड्रोन उद्योग की ताकत का यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन रहा, जिसमें 50 से अधिक लाइव हवाई प्रदर्शन और ड्रोन के 75 से अधिक स्थिर प्रदर्शन शामिल रहे। इस प्रदर्शन में भारत की ड्रोन तकनीक में बढ़ती ताकत दिखी, जिसका मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर और ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष करके स्वागत किया।

इस भव्य कार्यक्रम के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस से भारत को मिला पहला सी-295 परिवहन विमान औपचारिक रूप से वायु सेना के बेड़े में शामिल किया। राजनाथ सिंह ने विधि-विधान से पूजा करके विमान ‘स्वास्तिक’ का निशान बनाया। यह सैन्य परिवहन विमान फ्रांस की एयरबस कंपनी ने 13 सितम्बर को भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को स्पेन के सेविले में सौंपा था। इस विमान को वायु सेना के ग्रुप कैप्टन पीएस नेगी फ्रांस से मिस्र और बहरीन होते हुए उड़ाकर 20 सितंबर को भारत लाये और वडोदरा के वायु सेना स्टेशन पर उतारा। यह विमान सी -295 विमान आगरा एयरबेस पर तैनात होगा। वहां पर इसका ट्रेनिंग सेंटर भी बनाया जा रहा है। सी-295 एयरक्राफ्ट के लिए आगरा एयरबेस को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसे खासतौर पर पैराट्रूपर्स के लिए बनाया गया है।

फ़्रांसीसी कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ पिछले साल 24 सितंबर को 56 सी-295 सैन्य परिवहन विमानों का सौदा फाइनल हुआ था। इसी सौदे के तहत यह पहला विमान स्पेन में ही तैयार किया है। समझौते के मुताबिक़ कंपनी को 16 विमान स्पेन में तैयार करके भारत को ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति करना है जबकि अन्य 40 विमानों का निर्माण दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही करेगा। भारत को पहला विमान मिलने के साथ ही अन्य 15 विमानों के ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति होने का रास्ता साफ़ हो गया है। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसमें निजी सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित किया जाएगा। यह मीडियम लिफ्ट सामरिक विमान बिना तैयार लैंडिंग ग्राउंड से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम है।

सी-295 सैन्य परिवहन विमान की खासियत

इस विमान को दो लोग उड़ाते हैं और इसकी क्षमता 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स या 12 स्ट्रेचर इंटेसिव केयर मेडवैक या 27 स्ट्रेचर मेडवैक के साथ 4 मेडिकल अटेंडेंट ले जाने की है। यह अधिकतम 9250 किलोग्राम तक वजन उठा सकता है। इसकी गति अधिकतम 482 किलोमीटर प्रति घंटा है और अधिकतम 13,533 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है। इसे टेक ऑफ करने के लिए 844 मीटर से 934 मीटर लंबाई वाला और उतरने के लिए सिर्फ 420 मीटर का रनवे चाहिए। हथियार लगाने के लिए इसमें छह हार्ड प्वाइंट्स होते हैं। यानी हथियार और बचाव प्रणाली लगाने के लिए दोनों विंग्स के नीचे तीन-तीन जगह होती हैं, जिसमें 800 किलोग्राम के हथियार लगाए जा सकते हैं। सी-295 के शामिल होने से भारतीय वायु सेना की मध्यम लिफ्ट सामरिक क्षमता बढ़ेगी।

टाटा कंसोर्टियम वडोदरा में बना रहा है फैक्टरी

भारत में 40 विमानों का निर्माण करने के लिए टाटा कंसोर्टियम वडोदरा में फैक्टरी बना रहा है, जो 2026 तक बन जाएगी। टाटा ने पिछले साल नवंबर से 40 सी-295 विमानों के लिए मेटल कटिंग का काम शुरू कर दिया है। हैदराबाद फिलहाल इसकी मेन कांस्टीट्यूट एसेंबली है, जहां कई पार्ट्स बनाए जाएंगे। हैदराबाद फैसिलिटी एयरक्राफ्ट के प्रमुख हिस्सों को फैब्रिकेट करेगी। इसके बाद उसे वडोदरा भेजा जाएगा, जहां इंजन और इलेक्ट्रॉनिक्स सेट लगाकर सी-295 विमान को अंतिम रूप दिया जाएगा। भारतीय वायुसेना के लिए ट्रांसपोर्ट विमान बेहद जरूरी हैं, ताकि सैनिकों, हथियारों, ईंधन और हार्डवेयर को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकें। यह विमान इंडियन एयरफोर्स के पुराने एचएस एरोस विमानों की जगह लेंगे। इसके अलावा यूक्रेन से आए एंतोनोव एएन-32 को बदला जाएगा।

पटना, 25 सितम्बर (हिस.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न मंत्रिमंडल की बैठक में सोमवार को सीएम अल्पसंख्यक उद्यमी योजना की शुरुआत सहित कुल 9 एजेंडों पर मुहर लगाई गई।

अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के तहत युवाओं को परियोजना लागत की अधिक से अधिक 10 लाख रुपये ऋण उपलब्ध कराई जाएगी। कुल राशि का 50 फीसदी यानी पांच लाख रुपये लोन उपलब्ध कराई जायेगी। 50 फीसदी यानी सरकार इस योजना के तहत अल्पसंख्यकों को 5 लाख रुपये अनुदान देगी।

कैबिनेट ने राजस्व एवं भूमि सुधार, उद्योग विभाग, संसदीय कार्य विभाग, गृह विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े 9 प्रस्तावों पर अपनी स्वीकृति दे दी है। मुख्यमंत्री द्वारा स्पेशल कैबिनेट बुलाने के बाद इस बात की चर्चा थी कि 4 लाख नियोजित शिक्षकों को सरकार राज्यकर्मी का दर्जा देगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

बिहार के 28 जिलों में ट्रैफिक थाना की स्थापना को सरकार ने हरी झंडी दे दी है। 28 ट्रैफिक थानों के लिए कुल 4 हजार 215 पद का सृजन किया गया है। कैबिनेट ने पद सृजन पर अपनी मुहर लगा दी है। बता दें कि राज्य के 12 जिलों में पहले से ट्रैफिक थाने हैं। सरकार के इस फैसले के बाद राज्य भर के सभी जिलों में ट्रैफिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त होने की संभावना है।

सरकार ने आईजीआईएमएस अस्पताल पटना में मरीजों को दवा एवं सभी प्रकार के चिकित्सीय सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान की गई है। आईजीआईएमएस में मरीजों को अब दवा और अन्य मेडिकल सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध होंगी। सरकार के इस फैसले से अब यहां इलाज कराने वाले मरीजों को काफी सहुलियत होगी।

पटना रेडक्रॉस सोसायटी को दी गई सरकारी जमीन पर गांधी मैदान मेट्रो रेल स्टेशन बनाने की स्वीकृति सरकार ने दे दी है। इसके साथ ही सरकार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कानूनगो रहे मो. शाहिद खां को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला लिया है। नालंदा के कतरीसराय में अंचल पदाधिकारी अश्विनी कुमार को बर्खास्त करने का फैसला सरकार ने लिया है।

समस्तीपुर में मेसर्स ड्यूराटेक सिमेन्टस इंडिया लिमिटेड को बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति के तहत मंजूरी मिली है। बिहार विधान परिषद् के उप सचिव विनोद कुमार की संविदा पर सितम्बर 2024 तक सेवा विस्तार किया गया है। सात निश्चय-2 के तहत छपरा नगर निगम क्षेत्र से जल निकासी के लिए स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम योजना की स्वीकृति सरकार ने दी है।

Chhapra: आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट 2 के अंतर्गत छपरा नगर निगम क्षेत्र से जल निकासी हेतु सेंटेंज सहित कुल राशि 134 करोड़ 97 लाख 8900 की स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम योजना को बिहार सरकार के कैबिनेट के द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई।

कार्यकारी एजेंसी के रूप में राज्य सरकार के उपक्रम बुडको को नामित किया गया है।इस संबंध में बुडको के अभियंता ने बताया कि इस योजना के तहत छपरा नगर निगम क्षेत्र में 30 किलोमीटर मुख्य नाला, प्रभुनाथ नगर में 8 किलोमीटर नाला एवं वर्तमान में खनुआ नाला पर से तुड़वाय गए दुकान वाले क्षेत्र में 1450 मी नाला बनाया जाएगा।

पूर्व में खनुआ नाले के 1750 मीटर तक के क्षेत्र के लिए ही राशि उपलब्ध थी।अब प्राप्त राशि से छपरा शहर के आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम को बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। आने वाले वर्षों में जल जमाव से छपरा के निवासियों को मुक्ति मिल जाएगी।

Chhapra: छपरा नगर निगम के मेयर का चुनाव 21 अक्टूबर को किया जाएगा. 21 अक्टूबर को निगम सभागार में वोटिंग होगी. जिसमें 45 निगम पार्षद मिलकर छपरा का मेयर चुनेंगे.

चुनाव को लेकर 24 घण्टे से भी कम वक्त रह गया है. छपरा नगर निगम के मेयर पद के लिए पूर्व मेयर प्रिया सिंह व वार्ड पार्षद सुनीता देवी के बीच मुकाबला है. चुनाव से पहले नगर निगम के कई वार्ड पार्षद भी अंडरग्राउंड हो गए हैं. ये सभी वार्ड पार्षद 21 अक्टूबर को सीधे चुनाव में ही वोट देने पहुंचेंगे ऐसी उम्मीद है.

इससे पहले निगम के पार्षदों ने नगर निगम के मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव लाया था. जो पास हो गया था. मेयर के प्रत्याशियों को जीत के लिए 45 में से 23 मत चाहिए. मेयर प्रत्याशी प्रिया सिंह व सुनीता देवीवार्ड पार्षदों को गोलबंद करने में जुट गयीं है. वहीं दोनों प्रत्याशी अपने अपने जीत का दावा कर रहे हैं.