Chhapra/ Sonpur: त्रेता युग मे भगवान श्रीराम ने शिवजी के धनुष को तोड़कर सीता माता के साथ विवाह के बंधन में बंधे थे. इसके लिए राजा जनक ने स्वयंवर का आयोजन किया था जिसमे पृथ्वी के योद्धाओं का जमघट लगा था. सबने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया लेकिन धनुष श्रीरामREAD MORE CLICK HERE