Chhapra: गुरुवार को क्षेत्रीय स्वास्थ्य अपर निदेशक डॉ ए के गुप्ता ने छपरा सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल के कई डॉक्टर ड्यूटी से गायब मिले. इस दौरान उन्होंने सदर अस्पताल के ओपीडी के साथ अन्य वार्डों व आईसीयू का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान ड्यूटी में अनुपस्थित डॉक्टरों को उन्होंने तुरंत बुलाने को कहा.

अस्पताल में शुरू होगा आंखों का आपरेशन

इस मौके पर अपर निदेशक ने बताया कि सदर अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा किसी भी मरीज का आंख का ऑपरेशन नहीं किया जाता है. जबकि छपरा सदर अस्पताल को ब्लाइंडनेस कंट्रोल सेंटर भी बनाया गया है. उन्होंने मरीजों के ऑपरेशन की व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिए.

टीबी और नेत्र वार्ड शुरू करने के निर्देश

निरीक्षण के बाद डॉ ए के गुप्ता ने बताया कि यहां टीबी और नेत्र वार्ड में डॉक्टरों की कमी है. जिससे मरीज बिना इलाज के ही वापस लौट रहे हैं. उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इसकी व्यवस्था कर तुरंत टीबी व नेत्र वार्ड को शुरू करने का निर्देश दिया.

ICU के निरीक्षण में जाहिर किया असंतोष

इसके अलावा उन्होंने सदर अस्पताल के आईसीयू का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने सफाई व्यवस्था नहीं होने पर असंतोष व्यक्त किया. इस पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन से जल्द से जल्द आईसीयू में व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिया.

साथ ही साथ उन्होंने अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अस्पताल प्रशासन व डॉक्टरों को कई निर्देश दिए. इसके अलावें उन्होंने डॉक्टर अपने हैंड राइटिंग में पेशेंट का रिकॉर्ड लिखने को कहा.

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल में काफी लंबे समय से बन्द पड़ा गहन चिकित्सा इकाई( (ICU) सेवा को एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है. डॉ दीपक कुमार के सदर अस्पताल उपाधीक्षक बनने के बाद यह सेवा बहाल कर दी गई. इस दौरान 2 मरीजों को आपात स्थिति में आईसीयू में भर्ती भी किया गया है. इन दोनों मरीजों का इलाज फिलहाल सदर अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है.

गौरतलब है कि काफी लंबे समय से छपरा सदर अस्पताल के आईसीयू में ताला लटका था. आपातकालीन वार्ड में मरीजों की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें पटना रेफर कर दिया जाता था. जिससे समय की बर्बादी होती थी. हाल ही में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आईसीयू का निरीक्षण इसे शुरू करने का निर्देश दिया था. इसके बाद गहन चिकित्सा सेवा एक बार फिर से सदर अस्पताल में बहाल हो गई है.

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल में खाने के कैंटीन के संचालन हेतु जल्द ही टेंडर किया जाएगा. इसके लिए अस्पताल परिसर में कैंटीन चलाने के लिए 28 जनवरी तक टेंडर निकाल दिया जाएगा. वहीं इसके साथ अस्पताल परिसर में साइकिल और मोटरसाइकिल स्टैंड के लिए भी टेंडर निकाला जाएगा. छपरा सदर अस्पताल रोगी कल्याण समिति ने अपनी बैठक में यह फैसला लिया है.

दक्षिण दिशा से सदर अस्पताल के लिए प्रवेश द्वार

समिति ने सदर अस्पताल में प्रवेश करने के लिए दक्षिण की तरफ से एकल प्रवेश द्वार बनाने का प्रस्ताव रखा है. इस प्रवेश द्वार के तहत दक्षिण की ओर से भी ओपीडी विभाग के तरफ आने के लिए गेट का निर्माण होगा. ज्ञात हो कि अस्पताल के दक्षिण में पहले से प्रवेश द्वार खुला था. लेकिन इसे बंद कर दिया गया था. 

छपरा: छपरा सदर अस्पताल में सुरक्षा गार्डों की कमी है. हाल ही में अस्पताल में रोगी कल्याण समिति ने अस्पताल में बैठक की थी.  जिसमें रोगी कल्याण समिति के सदस्यों ने अस्पताल में सुरक्षा गार्डो की कमी पर चिंता जाहिर की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में एक शिफ्ट में मात्र 6 गार्ड काम करते हैं. इसमें कुछ इमरजेंसी में तो कुछ ओपीडी तो कोई अन्य वार्ड में तैनात है. रोगी कल्याण समिति का कहना है कि छपरा सदर अस्पताल परिसर को कम से कम 30 गार्ड की जरूरत है. जबकि तीनों शिफ्ट मिलाकर अस्पताल में मात्र 18 सुरक्षा गार्ड मौजूद है.

समिति ने अस्पताल प्रशासन को जल्द से जल्द गार्डों की संख्या बढ़ाने को कहा है. ताकि अस्पताल में आवारा जानवरों को अस्पताल में घुसने से रोका जा सके.  साथ ही साथ किसी भी अन्य प्रकार की समस्या से सुरक्षा हो सके. ।