Chhapra: लोक आस्था का पर्व छठ के मौके पर घाटों की साफ-सफाई को लेकर छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता शनिवार को कई नदी घाटों का निरीक्षण किया.

उन्होंने साहेबगंज, सोनारपट्टी, रूपगंज, दहियावां समेत विभिन्न घाटों का जायजा लिया. घाटो की साफ-सफाई के प्रति गंभीरता को लेकर विधायक ने दूरभाष पर अधिकारियों को निर्देश दिया.

विधायक श्री गुप्ता ने कहा कि छठ पर्व की मान्यता इस इलाके में काफी है. हर घर में पर्व होता है. व्रतियों और श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो इसके लिए प्रशासनिक पहल जरूरी है. घाट तक जाने वाले रास्तों को दुरूस्त किया जाना आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि नदी में पानी नहीं रहने के कारण अर्ध्य देने में लोगों को कठिनाई होगी. इसके लिए मशीन से नदी में गड्डा कराया जाय ताकि लोगों को सहुलियत हो.

इस मौके पर राजेश फैशन समेत कई कार्यकर्ता और नेता उपस्थित थे.

Chhapra: लॉक डाउन के पहले चरण में अंतिम दिन आखिरकार नगर निगम द्वारा शहर को सैनिटाइज करने का काम शुरू किया गया. पहले चरण के lockdown में 21वे दिन नगर निगम के कर्मियों द्वारा शहरी क्षेत्र के कई वार्डों सहित साढ़ा ढाला रेल ओवर ब्रिज एवं अन्य मुख्य मार्गों की सैनिटाइजिंग की गई.जानकारी के अनुसार नगर निगम के सभी 45 वार्डों में सैनिटाइजिंग का कार्य किया जाएगा. इसके साथ साथ मुख्य सड़कों की भी सैनिटाइज किया जाएगा. हालांकि इस कार्य से शहर की बड़ी आबादी लाभान्वित नही होगी जिसका मुख्य कारण है गालियां और सकीर्ण सड़कें. जहाँ नगर निगम की गाड़ी नही पहुंच सकती.छपरा नगर निगम के आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय का कहना है कि निगम क्षेत्र के सभी 45 वार्डों की सड़कों, सहायक सड़कों व जहां तक गाड़ियां जाती हैं वहां सैनिटेशन का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके लिए रोस्टर बनाकर दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि सोडियम हाइपो क्लोराइड का घोल बनाकर शहर में छिड़काव किया जा रहा है.

Chhapra: अप्रैल का आधा माह बीतने को है. इसके साथ ही मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है. गर्मी बढ़ रही हों और तापमान भो तेजी के साथ उठ रहा है. रविवार को शहर का तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया. हालांकि शाम ने राहत दी.

कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी Lockdown के कारण लोग घरों में है जिसके कारण इसका असर सड़को पर नही दिख रहा है. धूप में तपिश है और तेज गर्मी भी. शहर के कई इलाकों में इस तापमान के बढ़ने का असर दिखने लगा है. शहरी क्षेत्रों के कई वार्ड में पानी की समस्या धीरे धीरे शुरू हो चली है. हालांकि यह समस्या अभी कुछ इलाकों में ही है लेकिन जैसे जैसे तापमान चढ़ेगा यह समस्या भी बढ़ेगी.शहर के कई चौक चौराहों पर लगे चापाकल पानी नही दे रहे है कारण यह है कि Lockdown में यह चापाकल नियमित रूप से नही चल रहा है. अभी मई और जून के महीना बाकी है. अगर गर्मी और तापमान इसी तेजी के साथ बढ़ते रहे तो आने वाले दिनों में एक बार फिर बीते वर्ष की तरह स्थिति गंभीर होने वाली है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री की अपील का असर जनता पर सीधे दिख रहा है. शनिवार को संध्या समय से ही सड़को पर चहल पहल कम दिख रही है. आम दिनों की तरह लोगो के साथ साथ सड़को पर वाहनों का परिचालन भी कम था. आलम यह था कि लोग जरूरत के अनुसार ही सड़क पर थे, कुछेक को छोड़ दे तो लगभग सभी कोरोना वायरस को लेकर चर्चा में मशगूल थे. हर तरफ सिर्फ 22 मार्च और जनता कर्फ्यू की बात चल रही थी.शहर के मुख्य चौराहे पर 21 मार्च को रात 8:30 बजे की यह तस्वीर जनता के समर्थन को बता रही है. अमूमन इस चौराहे पर प्रायः 11 बजे से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती थी जो 8: 30 बजे दिख रही है. शहर के अन्य सड़को का भी यही हाल है. शहर का अतिव्यस्त हथुआ मार्केट पूरी तरह बंद है, साहेबगंज में कुछेक दुकानों को छोड़ सभी बन्द है, मौना चौक पर कुछेक दुकानों को छोड़ सभी दुकानें पूरी तरह बंद है. इसी तरह से शहर के अन्य स्थानों का भी यही हाल है. भगवान बाजार में मुख्य चौराहा छपरा जंक्शन के कारण थोड़ी बहुत चहल पहल में है. लेकिन यहां भी अन्य दिनों की तरह रौनक नही है.कुल मिलाकर छपरा शहरवासी कोरोना वायरस को लेकर जनता कर्फ्यू की अपील में अपनी शत प्रतिशत भागीदारी दे रहे है.

Chhapra: देश में आज धूम धाम से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी मनाया जा रहा है. रामनवमी के अवसर पर शहर में शोभा यात्रा निकाली गयी है.

बताते चलें कि शोभा यात्रा को भव्य बनाने के लिए रामनवमी शोभा यात्रा समिति के सदस्य शनिवार की देर रात तक तैयारियों में जुटे रहे. शोभा यात्रा में शामिल होने वाली झांकियों को कारीगरों द्वारा देर रात तक अंतिम रूप दिया गया.

झांकी में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की प्रतिमा, भगवान हनुमान की भव्य प्रतिमा, साथ साथ भारत माता की प्रतिमा भी शामिल शोभा यात्रा में शामिल है.

शोभा यात्रा जनक यादव पुस्तकालय से शुरू हुआ है जो राम राज्य चौक, नारायण चौक, थानाचौक, साहेबगंज चौक, कटहरी बाग़, गाँधी चौक, मौन चौक, नगरपालिका चौक, बस स्टैंड, भगवान बाज़ार, गुदरी बाज़ार, कटरा अस्पताल चौक होते हुए पुनः जनक यादव पुस्तकालय पहुँच कर समाप्त हो जाएगी.

शोभा यात्रा को लेकर प्रशासन ने भी व्यापक तैयारी की है. शोभा यात्रा के साथ साथ और प्रत्येक चौक चौराहे पर पुलिस के जवानों की तैनाती की गयी है. रामनवमी के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गए है. संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती की गयी है.  रामनवमी की पूर्व संध्या पर जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान के नेतृत्व में फ्लैग मार्च भी शहर में किया गया था.

छपरा: हाल ही के दिनों में देश में नोटबंदी के बाद सरकार के द्वारा लोगों को कैशलेस लेनदेन करने के लिए जागरूक किया गया. जिसके बाद छोटे से लेकर बड़े दुकानदारों ने भी अपनाया था. लेकिन अब वह कार्ड से पेमेंट लेने से कतरा रहे है. दुकानदारों द्वारा नए नए तरीके अपनाकर ग्राहकों को कार्ड से पेमेंट लेने की बजाय नगद में छूट का प्रलोभन दिया जा रहा है.fb

होली में खरीदारी करने निकले तरुण, मुकेश जैसे ग्राहकों ने बताया कि दुकानदार द्वारा कार्ड से पेमेंट लेने में आनाकानी की गयी. यही नहीं कैश पेमेंट पर छूट देने और कार्ड से पेमेंट करने पर कोई छूट नहीं देने की बात कही जा रही है. साथ ही इससे सरकार को टैक्स को भी चुराने का जुगाड़ लगाया जा रहा है.

बाजार में व्यापारियों के द्वारा ऐसा किये जाने से ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही सरकार के कैशलेस मुहीम में भी बाधा आ रही है.

छपरा: छपरा नगर परिषद में इन दिनों पर्याप्त रूप में संसाधन उपलब्ध हैं, लेकिन उपलब्ध संसाधनों के अनुपात में सफाई व्यवस्था शून्य है.

पिछले कुछ दिनों में दर्जनों ट्रैक्टर, सफाई एवं कचड़ा ढोने उठाने वाली मशीनों की खरीदारी की गई है. जिससे शहर साफ़ और स्वास्थ्य रहे. लेकिन कुछ संसाधनों को छोड़कर कई मशीन कार्यालय परिसर में खड़े होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए शोभा की वस्तु बन गई है.

मुख्य रूप से कुछ जगहों को छोड़कर शहर में कोई ऐसा स्थान नहीं जहाँ इन मशीनों से काम लिया जाए . शहर में ऐसे भी कई जगह है जहां इन मशीनों से सफाई व्यवस्था नहीं हो सकती है लिहाज़ा वहा बड़ी मशीनों की आवश्यकता है.

ऐसे में इन मशीनों को किन उदेश्यो की पूर्ति के लिये खरीदा गया है यह आम लोगों की समझ से परे है. शहर के कुछ लोगों से नगरपालिका की कार्य प्रणाली के बारे में बातचीत की गई अममून सभी लोगों ने नगरपालिका को स्वयं के स्वार्थ का साधन करार दिया. उपर से लेकर नीचे तक जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन के कर्मचारी प्रत्यक्ष तौर पर दोषारोपण और अप्रत्यक्ष रुप से मिली भगत से काम करते हैं.

कुछ लोगों ने चौक चौराहों पर रखी डस्ट बीन की कहानी बयान करते हुए कहा कि पहले तो कई वर्षों तक यह नगरपालिका कार्यालय में पड़ी रही गुणवत्ता खत्म होने के बाद इनको सड़को के किनारे रखा गया अब आलम यह कि यह डस्ट बीन कबाड़ी हो चुका है. शहरवासियो को तो इन डस्ट बीन का फायदा तो नहीं लेकिन उनको जरूर मिला जो इसकी खरीदारी के समय कुर्सी पर काबिज थे. वैसे ही इन मशीनों की हुई इन मशीनों से शहर की सफाई हो ना हो कार्यालय का काम जरूर हो गया.

ऐसे में हम यही कहेंगे कि जनता हो गई त्रस्त जनप्रतिनिधि और कर्मचारी हुए मस्त. बहरहाल जनता की बात में सच्चाई है बावजूद इसके नगरपालिका के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियो को भी इन बातों पर ध्यान केंद्रित करना होगा.