New Delhi: उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरेप को लेकर राजनीति तेज है. शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ हाथरस पहुंचे. कांग्रेस नेता ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.

पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि कोई भी ताकत हमें चुप नहीं करा सकती.

गौरतलब है कि गैंगरेप की शिकार लड़की गंभीर हालात में कई दिन जीवन के लिए जूझती रही. उसकी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी.

Chhapra: आगामी 3 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में आयोजित कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के जन आकांक्षा रैली को सफल बनाने के लिए सारण जिला कांग्रेस कमिटी के सदस्यों की बैठक हुई.

बैठक में रैली में शामिल होने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की अधिक से अधिक भागीदारी के विचार विमर्श किया गया. अध्यक्षता डॉ कामेश्वर सिंह ने की.

बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश पर्यवेक्षक घनश्याम उपाध्याय ने कहा कि राहुल गाँधी के रैली को सफल बनाने के लिए जिले के सभी कांग्रेसजन को एकजुट होकर जिले से अधिक से अधिक कार्यकर्ताओ की उपस्थित सुनिश्चित करनी होगी.

वही पुर्व मंत्री रबीन्द्रनाथ मिश्र ने कहा कि मांझी प्रखंड से 10 बसों के अलावे 25 छोटी गाड़ी जाएंगी. साथ ही उनके पटना आवास पर जिले से जाने वाले सभी लोगों के ठहरने व खाने का इन्तजाम किया जाएगा.

वहीं प्रदेश प्रतिनिधि नदीम अख्तर अंसारी ने कहा के वे अपने सहयोगियों के साथ एक दिन पहले ही पटना पहुंच कर सभा स्थल गांधी मैदान में जिले से जाने वाले कांग्रेसजन के बैठने की व्यवस्था करेंगे ताकि जिले के सभी कांग्रेसजन एक साथ एक स्थान पर रहें.

बैठक में जिला उपाध्यक्ष रमेश प्रसाद यादव, केदारनाथ, सुधीर कुमार राय, सुनिल कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, एन पी सिंह सहित कई अन्य शामिल थे.

बजट सत्र में संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए फेयर एण्ड लवली के जुमले का प्रयोग किया. संदर्भ काला धन का मुद्दा है. दरअसल 2014 के आम चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी ने यह कहा था कि हम देश के बाहर रखे कालेधन को वापस लाएंगे. और उस दौरान यह भी कहा था कि विदेशों में इतना कालाधन पड़ा है कि अगर उसे देश में लाया जाए तो हर किसी के खाते में 15 लाख जमा हो जाएंगे.

अब गौर करने वाली बात है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि मैं ऐसा करूंगा ही. हां यह जरूर कहा था कि कालाधन रखने वालों को जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
यह तथ्य है कि कालाधन पर सरकार ने थोड़ा सुस्ती से काम किया है. जिससे विरोधियों को हमला करने का अवसर मिला है. वैसे कालाधन पर हर सरकार कुछ ना कुछ स्किम लेकर आती रही है. पी चिदम्बरम ने पहले कई बार इस तरह की योजनाएं ला चुके हैं. जानकारों का भी मानना है कि काला धन निकालने का यही बेहतर विकल्प है. खैर, चूंकि सूट-बूट की सरकार वाले जुमले को वित्त मंत्री ने इस बजट में धोने का काम किया तो राहुल गांधी फेयर एण्ड लवली का जुमला लेकर आए हैं.

सवाल उठता है कि क्या देश में महज जुमलों की राजनीति होगी. जनता अब जुमलों से तंग आ चुकी है. उसे जमीन पर कुछ होता हुआ दिखना चाहिए. अभी तक पक्ष और विपक्ष दोनों में कालाधन के मामले में गंभीरता नजर नहीं आई है. इस संदर्भ में वित्त मंत्री ने एक सार्थक कदम उठाया है, जो स्वागत योग्य है. पर देखना यह है कि इसका वास्तव में कितना असर होता है और कितना कालाधन बाहर आता है. कालाधन किसी भी अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह खोखला बना देता है. यही नहीं इनका उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में भी होता है. इसलिए कलाधन के खिलाफ सभी को मिल कर काम करना चाहिए.

RAVI NARAYAN PANDEYरवि नारायण पाण्डेय
Editor-at-Large