गड़खा: गड़खा प्रखंड के कोठिया से गड़खा जाने वाली सड़क के कोठिया स्थित नदी में बना हुआ पुल पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है. जिससे वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप पड़ चुकी है.

पैदल चलना भी मुश्किल हो गई है. इसी मार्ग से छपरा पटना मुख्य मार्ग को मूसेपुर एवं डूमरी के पास मीरपुर जुआरा गांव होते हुए गड़खा रेवा में जुड़ती थी. पुल को टूटने से इलाके के दर्जनों गांव गड़खा जाने और डुमरी जुआरा रेलवे स्टेशन पर आने का संपूर्ण मार्ग बंद हो चुका है.

पुल से डुमरी, मुस्सेपुर, मीरपुर जुआरा, सँठा टिकुलिया टोला , नराव, मदनपुर कोठियां, प्राण राय के टोला, हेमंतपुर, रसूलपुर, कसीना आदि गांव के लोगों का आने जाने की सुविधा होती थी.

अभी पूल से गुजरना खतरे से खाली नहीं है. इससे दर्जनों गांवों के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रही है. पुल विगत 3 वर्षों से जर्जर है जिसकी शिकायत पर स्थानीय मुखिया और सरपंच द्वारा प्रखंड स्तर के अधिकारियों से लेकर जिला स्तर तक जानकारी दी गई. लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं किया गया. यह बात मुखिया अनिल महतो शिवपूजन सिंह धनंजय सिंह सरपंच धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने कई बार अपने स्तर से विधायक मुनेश्वर चौधरी और जिला पार्षद मनोरमा कुमारी को आवेदन देकर अवगत कराया जा चुका है. लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.

वही इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा विधायक, मंत्री, अधिकारी के खिलाफ व्यापक तौर पर धरना और प्रदर्शन कर अनशन पर बैठेंगे.

स्थानीय विधायक व पूर्व खान व भूतत्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी से पूछे जाने पर कहा कि जानकारी मिलने के बाद पुल निर्माण विभाग ग्रामीण विकास मंत्री के नाम से आवेदन देकर इस संबंध में काम कराने की अनुशंसा की गई थी. जल्द ही कोठिया पुल का नव निर्माण किया जाएगा वही प्रदर्शन करने वाले लोगों में मुखिया अनिल महतो, सरपंच धर्मेंद्र सिंह, मीरपुर जुआरा वार्ड सदस्य भोला राय, योगेंदर राय, सुनील राय, प्रकाश मांझी, सीतापुर लाल राय, दरोगा राय, मंटू राय, संजय राय, राजेश राय, विकास सिंह, सुनील सिंह, विजय शंकर आदि लोग उपस्थित थे.

 

Chhapra: डाकघरों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म भरने के लिए लगने वाले स्टांप नहीं मिलने से सोमवार को दर्जनों अभ्यर्थियों ने क्लेट्रेट में प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों को परीक्षा फॉर्म भरकर भेजने के लिए पोस्टल स्टांप डाकघर में नहीं मिल रहा. इसके लिए वो कई दिन से चक्कर लगा रहे हैं.

उनका आरोप था कि हेड पोस्ट ऑफीस में भी पोस्टल स्टांप उन्हें नहीं मिल पाया. फॉर्म भरने भेजने की तिथि भी खत्म होने को है. पोस्ट आफिस के इस रवैये से नाराज अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया.

छात्रों का कहना है कि पोस्टल स्टाम्प के बारे में डाकघर के पदाधिकारियों द्वारा ठीक से जानकारी भी नहीं दी जा रही है.

गौरतलब है कि रक्षाबन्धन को लेकर डाकघरों में डाक टिकटों की मांग काफी बढ़ गयी थी. जिसके बाद अब प्रतियोगी परीक्षा का फॉर्म भरने वाले छात्र अब डाक टिकट नहीं मिलने से परेशान हैं.

 

Manjhi: प्रखण्ड के लेज़ुआर गांव में सड़क की बदहाली से नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों में नीतिश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ग्रामीणों का कहना है कि 2011 में एकमा प्रवास में आए सुशासन बाबू एनएच 85 से इसी ग्राम में रात्री भोजन करने के लिए आए थे. इस दौरान लिखित रूप से एक पत्र के माध्यम से इस ग्राम में पक्की सड़क और उच्च विद्यालय की मांग की गई थी. लेकिन आज 8 साल बीतने के बाद भी सुशासन बाबू की सरकार में इस ग्राम न तो कोई सड़क बनवाया और ना ही कोई उच्च विद्यालय की स्थापना हुई.

गौरतलब है कि लेजुआर गाँव की यह सड़क नेशनल हाइवे 85 से मिलती है. इस सड़क के बदहाली से परेशान लोगे ने कहा कि अगर बदहाली न सुधरी तो आने वाले चुनाव में कोई भी मतदाता वोट देने नहीं जाएगा.

 

Chhapra: एक दो हजार में दम नही 10 हजार से कम नही. यह मांग स्कूलों में मध्यान भोजन बनाने वाली रसोइयों की है. सोमवार को सैकड़ों की संख्या में रसोइयों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. रसोइयों के प्रदर्शन के दौरान नगरपालिका चौक कुछ देर के लिए पूरी तरह से जाम हो गया.

आक्रोशित रसोइया सरकार विरोधी नारे लगा रही थी. रसोइयों की मांग थी कि उनके वेतनमान को बढ़ाया जाए.

रसोइयों के आक्रोश को देखते हुए नगर थाना प्रभारी राजीव नयन मौके पर पहुंचे और समझा बुझा कर जाम ख़तम कराया.

रसोइयों के प्रदर्शन से सड़क पर ट्रैफिक जाम हो गया. बड़ी मशक्कत से ट्रैफिक को सामान्य किया जा सका.

  • दलित बस्ती की सैकड़ो महिलाओं ने अवैध शराब की बिक्री के विरुद्ध थाने पहुंच दिया रोषपूर्ण धरना.
  • अवैध बिक्री खुले आम जारी शराब माफियाओं में पुलिस प्रशासन का कोई खौफ नही.
  • शराब के कारण बस्ती मे अक्सर तनाव व हिसा का वातावरण बन चूका है.

Chhapra/Doriganj: मुफ्फसिल थानाक्षेत्र के घेघटा बवाली चौक स्थित दलित बस्ती की सैकड़ो महिलाओं ने गाँव में अवैध शराब की बिक्री के विरुद्ध सोमवार को थाने पहुंच रोषपूर्ण धरना प्रदर्शन किया एवं कार्रवाई की माँग की.

महिलाओं का कहना था कि शराबंदी के बावजूद भी बस्ती मे शराब की अवैध बिक्री खुले आम जारी शराब माफियाओं में पुलिस प्रशासन का कोई खौफ नही. दिन के उजाले में भी नशेड़ियो का जमावड़ा व अड्डेबाजी आम हो गई है. जहाँ आए दिन नशेड़ियो के कारण बस्ती की महिलाओं का अब घर से निकलना दूभर हो गया है.

प्रदर्शन कर रही महिलाओं के मुताबिक शराब माफिआ अब बस्ती के लोगो को शिकायत करने पर खुली चुनौती भी दे रहे है.  शराब के धंधेबाजो का हौसला बुलंद होता जा रहा है पिछली बार जब विरोध प्रदर्शन किया गया था तो पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नही की थी. जिसके कारण आए दिन अब बस्ती के हालात और बद से बदत्तर होते जा रहे है. बावजूद पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कारवाई नही की जा रही है.

बस्ती की महिलाओं ने बताया कि शराब के कारण बस्ती मे अक्सर तनाव व हिसा का वातावरण बन चूका है. घर के नौजवान बच्चे भी इसके लत के आदि होते जा रहे है. बस्ती के हर घर का महौल तनावपूर्ण होता जा रहा है. जिससे आजिज हम महिलाओं को थाने पर पहुंच प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ा.

वही प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे घेघटा गाँव निवासी मणीकान्त सिह ने बताया कि इससे पूर्व कई बार धरना प्रदर्शन किए जा चूके है. पुलिस पदाधिकारियो को इस संबंध ज्ञापन भी मेरे द्वारा दिया गया है. बावजूद इसपर कड़ाई से इस पर अब तक कोई संज्ञान नही लिया जाना हमारी लोक तंत्र की आस्था को और कमजोर करता जा रहा है. अगर कार्रवाई नही की जाती है तो हमलोगो को अब पुलिस अधिक्षक सारण के समक्ष धरना व प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. इसकी शिकायत हम वहाँ करेगे.

इस संबंध मे थानाध्यक्ष ने बताया की ग्रामीणों की शिकायत पर छापेमारी की गयी है. लेकिन मौके से कुछ भी प्राप्त नही हुआ है.

Chhapra: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकमा आगमन के खिलाफ माकपा ने 18 जनवरी को प्रदर्शन करने की घोषणा की है. उक्त बातें माकपा नेता डा सत्येन्द्र यादव ने मांझी प्रखंड के शीतलपुर बाजार पर आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में बुधवार को कही.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के निश्चय समीक्षा यात्रा के खिलाफ माकपा की ओर से प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एवं सरकार की नाकामयाबी छिपाने के लिए नीतीश कुमार बिहार का दौरा कर रहे हैं. विकास कार्य पिछले दो वर्षो से मुख्यमंत्री की हठधर्मिता के कारण बाधित है.

उन्होंने कहा कि बालू की आपूर्ति पर रोक ने लाखो लोगों की जीविका बर्बाद कर दिया है. असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के समक्ष रोजी- रोटी का संकट पैदा हो गया है. राज्य में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है. सरकार केरोसिन तेल के लिए आवंटित अनुदान की राशि को अन्य मद मे खर्च कर लोगो को केरोसिन तेल से वंचित कर दिया है. ऐसी परिस्थिति में समीक्षा यात्रा का कोई मकसद नही है.

उन्होंने कहा कि हर हाल मे इनके आगमन की पूर्व संध्या पर जिले के सभी प्रखण्ड मुख्यालय पर नीतिश कुमार का पुतला दहन किया जाएगा. सरकार के विरुद्ध मे प्रदर्शन कर अर्थी जलाई जाएगी और 18 जनवरी को सुबह शीतलपुर बाजार से हजारों लोग पैदल मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शन के लिए एकमा प्रस्थान करेंगे.

बैठक को पार्टी नेता बटेशवर कुशवाह, दिनेश पंडित, कन्हैया मांझी, बिस्मिल्लाह खान, किसान नेता प्रह्लाद राम, रमेश यादव, युवा नेता कमलेश यादव, रंजन यादव तथा किसान सभा के राज्य प्रभारी अरूण कुमार ने सम्बोधित किया.

 

छपरा: बजरंग दल की नगर इकाई के द्वारा शुक्रवार को नगरपालिका चौक पर चाइनीज सामानों को जला कर विरोध किया गया. कार्यकर्ताओं ने लोगों से चीन में निर्मित सामानों का बहिष्कार करने की अपील की.

सैकड़ों की संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पहले जुलूस निकला जो नगरपालिका चौक पर सभा में तब्दील हो गया. कार्यकर्ताओं ने चीन का झंडा, चाइनीज लाइट जला कर विरोध किया.14795859_1845114305775197_707396759_o

बजरंग दल के संयोजक धनंजय कुमार ने बताया कि भारत में चाइनीज पटाखे और लाइट की बिक्री से भारतीय अर्थव्यवस्था को क्षति पहुँच रही है. युवा बेरोजगार हो रहे है. चीन की मदद से पाकिस्तान भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहा है. भारत में चाइनीज सामान के उपयोग को रोकने के और जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रदर्शन किया गया है.

वही बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक राहुल मेहता ने प्रशासन से सरकारी विभागों में लगे चाइनीज सामानों को हटाने की मांग की.

इस अवसर पर नगर अध्यक्ष राजू सिंह, पप्पू सिंह, दीपक गुप्ता, अमित राय, रणजीत समेत सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल थे