स्नातक प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में सुधार को लेकर abvp ने कुलपति से की वार्ता

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयप्रकाश विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय संयोजक रजनीकांत सिंह के नेतृत्व में स्नातक प्रथम वर्ष सत्र 2019-22 के परीक्षा परिणाम में सुधार न होने को लेकर वार्ता की गई. Abvp ने कुलपति को ज्ञापन दिया. ज्ञात हो कि स्नातक प्रथम वर्ष 2019 -22 वर्ष के परीक्षा परिणाम में भारी पैमाने पर गड़बड़ियां हुई थी. जिसको लेकर विद्यार्थी परिषद ने आंदोलन किया था. आंदोलन के पश्चात कुलपति ने लिखित आश्वासन देकर रिजल्ट सुधारने का भरोसा दिलाया था.

वहीं परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी करने वाले पदाधिकारियों के ऊपर करवाई हेतु जांच कमेटी भी बनी थी. लेकिन अभी तक कोई भी विशेष पहल छात्र हित में दिख नहीं रही है. 10 मई तक ही अल्टीमेटम था लेकिन अभी भी परिणाम में कोई सुधार नहीं दिख रहा है. छात्रों के साथ छल किया जा रहा है, छात्र काफी परेशान हैं रोज विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन उनका कोई सुध लेने वाला नहीं है, जोकि घोर निंदनीय है. विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करती है कि जल्द से जल्द परीक्षा परिणाम नए सिरे से जारी कर समाधान छात्रों का किया जाए, अन्यथा विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध आंदोलन के लिए पुनः बाध्य होगी इस मौके पर विशाल कुमार नितेश प्रकाश आदि उपस्थित थे.

Chhapra: सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले वर्ग एक से आठ तक के छात्र छात्राओं को एमडीएम योजना के तहत चावल और राशि का वितरण किया जाएगा.

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा सभी प्रधानाध्यापक को पत्र भेजते हुए अक्टूबर एवं नवंबर माह के कार्य दिवसों के आधार पर चावल वितरण करने एवं राशि को खाते में भेजने का निर्देश जारी किया है.

जारी पत्र में डीपीओ एमडीएम ने कहा है कि अक्टूबर एवं नवंबर माह में 20-20 दिनों के लिए कुल 40 दिनों के लिए कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को 4 किलोग्राम एवं कक्षा 6 से 8 के लिए 6 किलोग्राम चावल वितरण करने का निर्देश दिया है.

साथ ही वर्ग 1 से 5 तक के छात्रों को 198 रुपये और वर्ग 6 से 8 तक के छात्रों के लिए 298 रुपये खाते में भेजने का निर्देश दिया है.

Bihar: शिक्षा विभाग की ओर से राज्य में 28 सितंबर से स्कूल खोलने का बड़ा एलान किया गया है. विभाग कक्षा 9 से 12 तक के क्लास को खोलने का एलान किया गया है.

सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अभिभावक की सहमति से बच्चे स्कूल अपने टीचर से सलाह लेने जा सकते हैं. सरकार की ओर से छात्र और स्कूल प्रबंधन के लिए जल्द ही विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी.

बिहार सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक एक बच्चा सप्ताह में सिर्फ दो ही दिन स्कूल जा सकता है. कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है. कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन करते हुए स्कूल जाने की अनुमति होगी.

इससे पहले केंद्र सरकार की ओर से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन में भी क्लास 9वी से 12वी तक के बच्चों को 21 सितंबर से स्कूल जाने की अनुमति दी गई थी.

अभिभावक के परमिशन से ही बच्चों को स्कूल भेजने की बात कही गई थी.

Patna:  पटना में होली के दिन मंगलवार की शाम को जदयू के छात्र नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के पटेल नगर में हुई इस घटना में छात्र नेता के साथ उसके एक दोस्त को भी गोली मारी गई, जिसे घायल अवस्‍था में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्य आरोपी कुश अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर है.

घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. जांच में जुटे डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने कहा कि छात्र जदयू नेता का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जांच हो रही है और जल्द ही दोषी गिरफ्तार किए जाएंगे.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना का कारण होली के लिए जारी किए गए पोस्टर पर आरोपी का नाम नहीं होना बताया जा रहा है. सरेशाम हुई हत्या की इस घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है. इस घटना में मुख्य आरोपी कुश बताया जा रहा है जो घटना के बाद से ही फरार है. पुलिस कुश की गिरफ्तारी के लिए मंगलवार की रात से ही छापेमारी कर रही है. हालांकि पुलिस ने अबतक दो छात्रों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.

पूछताछ से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि होली मिलन समारोह के एक कार्यक्रम में छपे पोस्टर पर कुश नामक युवक का नाम नहीं था, जबकि उसी पोस्टर में कन्हैया कौशिक का नाम था. बस इसी बात को लेकर कुश की कन्हैया से नाराजगी थी. उसकी नजर में कन्हैया ने ही पोस्टर से उसका नाम हटवाया था. इसी बात को लेकर मंगलवार को कन्हैया और कुश में झगड़ा हुआ था, जिसके बाद दोस्तों की सलाह पर श्रीकृष्णापुरी थाने में कन्हैया ने कुश के खिलाफ लिखित शिकायत की थी. जब कुश को इस बात का पता चला तो इसी गुस्से में उसने हत्या की साजिश रची. उसने कन्हैया से समझौता करने के लिए उसे पटेल नगर बुलाया. जब कन्हैया अपने दोस्त चंदन के साथ वहां पहुंचा तो दोनों को गोली मार दी.

Chhapra: अंतराष्ट्रीय सामाजिक संस्था लायंस क्लब द्वारा शनिवार को कोरोना वायरस के प्रति लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया.शहर के एक निजी विद्यालय में स्कूल आयोजित कार्यक्रम में लायंस क्लब के पदाधिकारियों द्वारा शिक्षक एवं विद्यार्थियों के मध्य निःशुल्क मास्क वितरित किया गया. इस अवसर पर लायंस क्लब के सदस्य लायन डॉ शशि रंजन ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है.

यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है. वर्तमान माहौल को देखते हुए चेहरे पर मास्क पहनना अति आवश्यक है. विद्यालय परिवार की तरफ से डायरेक्टर नागेंद्र कुमार सिंह ने लायंस क्लब के तरफ से आये आगंतुक अतिथियों के प्रति अपना आभार प्रकट किया.

इस अवसर पर मुख्य रूप से लायंस क्लब के अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल, सेक्रेटरी सोनालाल सिंह, डॉ शशि रंजन मौजूद थे.

Chhapra/Parsa: जिले के परसा में उस समय सभी भौंचक रह गए जब जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यालय के बच्चों के साथ बैठकर पढ़ने लगे. हालांकि वर्ग में शिक्षक ने बखूबी कक्षा का संचालन किया. जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी जय चंद्र प्रसाद श्रीवास्तव ने शिक्षक को कुछ सुझाव भी दिए और उसपर अमल करने की सलाह दी.

बुधवार को परसा प्रखंड के विशुनपुर में संचालित कस्तूरबा गाँधी आवसीय बालिका विद्यालय एवं मध्य विद्यालय विशुनपुर का निरीक्षण करने डीईओ जय चंद्र प्रसाद श्रीवास्तव पहुंचे.

निरीक्षण के दौरान डीईओ ने किचेन सेड, मध्याह्नन भोजन, पोषक, छात्रवृति, परिभ्रमण राशि के संदर्भ में जानकारी ली. साथ ही वर्ग 7 और 8 के संचालन के दौरान खुद भी छात्र बनकर शिक्षक को पढ़ाने के लिए कहा.

विशुनपुर विद्यालय के निरीक्षण के उपरांत डीईओ ने कस्तूरबा गाँधी अवासीय बालिका विद्यालय विशुनपुर उच्चतर माध्यमिक अवासीय विद्यालय का गंभीरता सके जांच किया गया. इस दौरान वहाँ पढ़ने वाली छात्राओं से शिक्षा संबंधी जनकारी प्राप्त की.

इस दौरान उन्होंने संचिकाओं की जांच की. निरीक्षण के उपरांत डीईओ ने बताया कि विभागीय रिपोर्ट नही उपलब्ध कराने को लेकर विद्यालय का जांच किया गया.

जांच के क्रम में पठन पाठन में काफी कमी होने, पोषक, छात्रवृति राशि नही उपलब्ध होने, नामांकित 290 छात्रो में सौ की संख्या में उपस्थिति, विद्यालय में कमी में सुधार करने समेत कई अनियमितता पाई गई.

डीईओ ने जांच के अधार पर कराई करने तथा अगले जांच तक विद्यालय की अनियमितता में सुधार करने की बातें कही. वही बैंक से छात्रो के बीच राशि नही भेजने पर एचएम राम सिंह को बैंक पर लिखित शिकायत करने का निर्देश दिया.

रसूलपुर /एकमा: स्थानीय थाना क्षेत्र के बंशी छपरा निवासी जीतेन्द्र कुमार सिंह का चौदह बर्षीय पुत्र मंजीत कुमार सिंह के विगत एक सप्ताह से रहस्यमय ढ॔ग से लापता होने पर अनहोनी की चिंता जतायी जा रही है.

रसूलपुर स्थित माँ भारती स्कुल का छात्र मंजीत हर रोज की तरह साईकिल से स्कूल जाया करता था. स्कूल से छुट्टी के पश्चात जब वह ससमय घर नहीं लौटा तो परिजनों ने सर्वप्रथम स्कूल जाकर जानकारी ली पर स्कूल संचालक ने स्कूल हीं नहीं आने की बात बतायी. पीड़ीत परिजनों द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद पीड़ित पिता ने रसूलपुर थाने में गुमसुदगी की प्राथमिकी दर्ज करायी है.

उधर एक सप्ताह से साईकिल समेत लापता होने पर ग्रामीणों ने अपहरण व हत्या की भी आशंका जतायी है.इस संबध में थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव ने बताया कि मामले की तहकीकात की जा रही है.

Chhapra: एआईएसएफ द्वारा बुधवार को विश्वविद्यालय के घेरो के बाद एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमे निर्णय लिया गया कि अगर राज्यभवन व विश्वविद्यालय द्वारा छात्र हित में अगले पांच दिनों के अन्दर निर्णय नही लिया गया तो. 8 जनवरी को छपरा में छात्रों द्वारा चक्का जाम किया जायेगा.

स्नातक में नामांकित सभी छात्रों के साथ न्याय करने, सत्र नियमित करने, डीवीएसडी गरखा एवं विवि के अन्य कालेज के पंजीयन से वंजित छात्रों का पंजीयन कर परीक्षाफल प्रकाशित करने, नामांकित सभी छात्रों का पंजीयन कर परीक्षा लेने की मांग की है.

(कबीर अहमद) स्वामी विवेकानंद ने कहा था की बेरोजगारी किसी भी राष्ट्र के लिए बहुत बड़ा अभिशाप है. आज हमारे देश में भी बेरोजगारी एक बहुत विकट समस्या बन चुकी है.

देश की आजादी के बाद कई सरकारें आई और गईँ, लेकिन बेरोजगारी की समस्या यथावत बनी हुई है. हालाँकि कुछ सरकारों ने इस दिशा में  सार्थक पहल जरूर किये पर रोजगार को समाज के अंतिम पावदान तक ले जाने में ज्यादातर विफलता ही मिली है.

देश में रोजगार का स्वरुप आसानी से हर व्यक्ति को उपलब्ध होने जैसा नहीं है. पैसा और पैरवी का आभाव आज भी जरूरतमंदों को रोजगार दिलाने में बाधक है. देश में रोजगार का आवंटन पारदर्शी ना होना भी बेरोजगारों के लिए एक कठिन चुनौती है.

आज हमारे देश में एक पूर्ण बहुमत की सरकार है. देश के युवाओं को इस सरकार से काफी उम्मीदें हैं. सरकार को बेरोजगारी के इस विकट समस्या को समाप्त करने हेतु कुछ सार्थक पहल करने की आवश्यकता है.

बढ़ते बेरोजगारी से युवाओं में जो निराशा की भावना उत्पन्न हो रही है वो निश्चित ही देश के लिए चिंता का विषय है. सरकार को जल्द ही इस विषय में सोंचने की जरूरत है.

युवाओं का भविष्य बेरोजगारी के संकट में अंधकारमय ना हो इसके लिए बेरोजगारी उन्मूलन  योजनाओं को लागू करने के साथ-साथ उसके क्रियान्वयन की भी आवश्यकता है.

किसी भी देश को ये कभी नहीं भूलना चाहिए की राष्ट्र का विकास तभी संभव है जब वहां के जनता के पास रोजगार होगा. हर हाथ में काम होगा तभी राष्ट्र तरक्की के पथ पर अग्रसर हो पाएगा.