छपरा: नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छपरा नगर के स्वयंसेवकों द्वारा पथ संचलन निकाला गया.

पथ संचलन में बड़ी संख्या में पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवक शामिल हुए. पथ संचलन की शुरुआत राजेंद्र कॉलेज से हुई.

छपरा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा विजयादशमी उत्सव मनाया गया. इस अवसर पर पथ संचलन निकाला गया.

संचलन की शुरुआत शहर के मारुति मानस मंदिर से हुई. संचलन बस स्टैंड, नगरपालिका चौक, मौना चौक, कटहरी बाग, साहेबगंज, थाना चौक होने हुए पुनः मानस मंदिर प्रांगन में पहुंचा जहाँ बौद्धिक का आयोजन किया गया.

संचलन में सैकड़ों स्वयंसेवक घोष दल के साथ शामिल थे. विजयादशमी के संचलन में इस बार पहली बार संघ के गणवेश में शामिल किये गए फुलपैंट में स्वयंसेवक दिखे.

इस अवसर पर मुख्य रूप से वरिष्ठ स्वयंसेवक शम्भू कमलाकर मिश्र, विभाग प्रचारक राजाराम, विभाग संघचालक विजय सिंह, विभाग सह कार्यवाह रजनीश शुक्ला, सह जिला कार्यवाह सरोज सिंह, रंजन कुमार, चन्दन कुमार, सचिन्द्र उपाध्याय समेत सैकड़ों स्वयंसेवक शामिल थे.            

छपरा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो.राजेन्द्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया की पुण्य स्मृति में प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाने वाली ‘रज्जू भैया स्मृति व्याख्यानमाला’ के 7वीं कड़ी का आयोजन सोमवार को स्थानीय स्नेही भवन में हुआ.

व्याख्यानमाला का उद्घाटन भाजपा के मुख्य सचेतक एवं लोकसभा सांसद अर्जुन राम मेघवाल और विधान पार्षद ई.सच्चिदानंद राय ने किया.

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं प्रसिद्ध वक्ता तथा संघ के चिन्तक डॉ. राकेश सिन्हा ने अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि छपरा की भूमि उर्वरा भूमि है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण, डॉ राजेन्द्रप्रसाद इसी धरती के थे. दोनों ही सादगी में रहना पसंद करते थें. उन्होंने कहा कि संघ चाणक्य है.संघ मजबूत रहेगा तो कितने चन्द्रगुप्त विकास कर सकते हैं.
असामान्य बनना व्यक्ति के गुणों पर आधारित होता है, लोकप्रियता और प्रसिद्धि से दूर रहकर कार्य करने वाले महान बनते हैं.

उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बोलते हुए कहा कि देश में हर व्यक्ति को अपने विचार रखने की आजादी मिली है पर राष्ट्रहित का ध्यान रखना हम सबका कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि आज हम सब को आत्मालोचन करने की आवश्यकता है, जो व्यक्ति स्वयं के अंदर की अच्छाइयों और कमियों पर चिंतन करता है वो सदैव समाज के लिए समर्पित भाव रखता है.

श्री सिन्हा ने कहा कि मैं आग की वो चिंगारी हूँ जो राख के बीच भी छुप कर रहता हूं, ताकि जब भी जरूरत पड़े समाज के विकास के लिए पुनः जल सकूँ.

व्याख्यानमाला को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय संपर्क प्रमुख प्रो. रविन्द्र नाथ पाठक, विभाग संचालक विजय कुमार, एमएलसी सच्चिदानंद राय आदि वक्ताओं ने संबोधित किया.

इस अवसर पर सांसद अर्जुन मेघवाल और डॉ.राकेश सिन्हा को अभिनन्दन पत्र एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया साथ ही छपरा के वरिष्ठ स्वयंसेवक अश्विनी गुप्ता, रामबहादुर सिंह एवं जगन्नाथ प्रसाद को भी अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम का सञ्चालन रज्जू भैया स्मृति व्याख्यानमाला आयोजन समिति के अध्यक्ष अवधकिशोर मिश्रा एवं सचिव प्रो.वैधनाथ मिश्र ने किया. धन्यवाद ज्ञापन सुधांशु शर्मा ने किया. व्याख्यान माला में सैकड़ो की संख्या में स्वयंसेवक एवं समाज के प्रबुद्ध लोग सम्मिलित हुए.

नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बड़ा फैसला लेते हुए अपने गणवेश (ड्रेस) में बदलाव किया है. आरएसएस ने यह बदलाव अपनी स्थापना के 90 वर्षों के बाद किया है. स्वयंसेवक अब खाकी हाफ पैंट की जगह भूरे रंग की फुल पैंट में दिखेंगे.

 RSS के महासचिव भैयाजी जोशी ने नागौर में प्रतिनिधि सभा में रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नई ड्रेस में खाकी हाफ पैंट की जगह भूरे रंग की फुल पैंट को जगह दी गई. भैयाजी जोशी ने कहा कि रंग को चुनने के पीछे कोई कारण नहीं है.