Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

फुटबॉल और हॉकी की तरह अब क्रिकेट में भी दिखाए जाएंगे रेड और येलो कार्ड

नई दिल्ली:  क्रिकेट में बढ़ रहे दुर्व्यवहार को देखते हए मैरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने रोक लगाने के लिए कार्ड प्रणाली अपनाने का फैसला किया है. खेलों में दुर्व्यवहार पर रोकथाम के लिए फुटबॉल और हॉकी की तर्ज पर क्रिकेट में भी रेड और येलो कार्ड दिखाए जाने की तैयारी चल रही है. जिसके तहत किसी खिलाड़ी को रेड कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर कर दिया जाएगा या 10 ओवर के लिए पेनेल्टी बॉक्स में भेज दिया जाएगा. एमसीसी अभी इसे क्लब, विश्वविद्यालय और स्कूल स्तर पर शुरू करेगी. इंग्लैंड में पिछले वर्ष कम से कम पांच मैच खिलाड़ियों के खराब बर्ताव के चलते रद्द करने पड़े थे. समाचार पत्र ‘द टेलीग्राफ’ के वेब पोर्टल पर प्रसारित रिपोर्ट में एमसीसी के विधि प्रमुख फ्रेजर स्टुअर्ट के हवाले से कहा गया है कि हम देख रहे हैं कि क्रिकेट में खिलाड़ियों का बर्ताव लगातार बदतर होता जा रहा है, जिसका निश्चित तौर पर इंग्लैंड सर्वाधिक शिकार है. एमसीसी ने विश्व स्तर पर अंपायरों के संघों से विचार-विमर्श कर दुर्व्यवहार के चार स्तरों का निर्धारण कर उनके लिए आचार संहिता बनाई है. प्रस्ताव में चौथी श्रेणी के दुर्व्यवहार के अंतर्गत अंपायर को धमकी देना, किसी खिलाड़ी, अधिकारी या दर्शक पर हमला करना और नस्लीय टिप्पणी करना शामिल है. अगर बल्लेबाज इस श्रेणी के तहत दोषी पाया गया तो उसे रिटायर्ड आउट कर दिया जायेगा.

वहीं तीसरे श्रेणी के तहत दोषी पाए जाने पर किसी खिलाड़ी को 10 ओवर के लिए पेनेल्टी बॉक्स में भेज दिया जाएगा. इससे कमतर अपराध का दोषी पाए जाने पर संबंधित टीम पर पांच रन की पेनेल्टी लगाई जा सकती है.

Exit mobile version