नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)। भारत के अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश इस महीने के अंत में शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले लेंगे।
श्रीजेश पेरिस में अपने चौथे ओलंपिक खेलों में भाग लेंगे और टोक्यो में 2020 संस्करण से अपने कांस्य पदक के रंग को बदलने की उम्मीद करेंगे। 36 वर्षीय, जिन्होंने 2006 में भारत के लिए पदार्पण किया था, ने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की घोषणा की।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, “जब मैं अंतरराष्ट्रीय हॉकी में अपने अंतिम अध्याय की दहलीज पर खड़ा हूं, तो मेरा दिल कृतज्ञता और प्रतिबिंब से भर जाता है। मुझ पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद। यहाँ एक अध्याय का अंत और एक नए रोमांच की शुरुआत है।”
उन्होंने कहा, “ओलंपिक में कप्तान के रूप में भारतीय टीम का नेतृत्व करना शब्दों से परे सम्मान था। और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर के रूप में नामित होना एक ऐसी मान्यता थी जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। टोक्यो 2020 में हमारा ओलंपिक कांस्य पदक, सबसे बड़ी उपलब्धि थी, एक सपना साकार हुआ।”
भारत के लिए 328 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले श्रीजेश ने दो बार एशियाई खेलों का स्वर्ण, दो बार एशिया कप और चार अलग-अलग मौकों पर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। श्रीजेश को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।