पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उतरेंगी भारतीय महिला बॉक्सर

पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में उतरेंगी भारतीय महिला बॉक्सर

नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार भारतीय महिला मुक्केबाज़ अंतरराष्ट्रीय रिंग में उतरने के लिए तैयार हैं। भारतीय बॉक्सर दो बड़े टूर्नामेंट थाईलैंड ओपन और वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में हिस्सा लेंगी।

थाईलैंड ओपन 24 मई से बैंकॉक में खेला जाएगा, जबकि वर्ल्ड बॉक्सिंग कप का आयोजन 30 जून से अस्ताना, कज़ाखस्तान में किया जाएगा।थाईलैंड ओपन में उतरेंगी रजत पदक विजेता, वर्ल्ड कप में दिखेंगी राष्ट्रीय चैंपियन

भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन (बीएफआई) की नई चयन नीति के अनुसार, वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में राष्ट्रीय चैंपियन उतरेंगी, जबकि थाईलैंड ओपन में रजत पदक विजेताओं को मौका मिलेगा। यह चयन प्रक्रिया पुरुष और महिला दोनों वर्गों पर समान रूप से लागू की गई है।

पिछले एक साल में चूके कई अहम टूर्नामेंट

ओलंपिक साइकिल के दौरान बीएफआई के राष्ट्रीय कैंप्स में देरी और महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप को कई बार स्थगित किए जाने के चलते भारतीय मुक्केबाज़ों को एशियन चैंपियनशिप और स्ट्रैंडजा मेमोरियल जैसे अहम टूर्नामेंटों से बाहर रहना पड़ा। पुरुष बॉक्सर्स ने अप्रैल में वर्ल्ड बॉक्सिंग कप के ज़रिए वापसी कर ली थी, लेकिन महिलाओं के राष्ट्रीय मुकाबले मार्च के अंत में आयोजित होने के कारण उन्हें देर से मौका मिला।

फिलहाल वर्ल्ड बॉक्सिंग की अंतरिम समिति के अधीन है भारतीय बॉक्सिंग

बीएफआई के चुनाव फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हैं। ऐसे में विश्व बॉक्सिंग संस्था द्वारा गठित अंतरिम समिति भारतीय मुक्केबाज़ी से जुड़ी सभी गतिविधियों का संचालन कर रही है।

भारतीय महिला बॉक्सर्स की यह वापसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनके लिए एक अहम अवसर होगी, जहां वे अपने कौशल और आत्मविश्वास का प्रदर्शन कर सकेंगी।

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