Chhapra: वैश्य समाज की अंतर्राष्ट्रीय संस्था द्वारा आयोजित योग शिविर में पहुंचे लोगों को मुख्य अतिथि व प्रसिद्ध योग गुरु त्यागी बाबा ने योग का महत्व समझाते हुए प्राणयाम सहित विभिन्न प्रकार के आसन से अवगत कराया और सबों को प्रशिक्षण प्रदान दिया.
योगगुरु ने शहर के काश्मीरी हाता स्थित ब्याहुत धर्मशाला में कपालभाति, भुजंगासन, अनुलोम विलोम, शीर्षासन सहित अन्य कई प्रकार के योगासन कराकर उसका विस्तारपूर्वक महत्व समझाते हुए कहा कि हमारे देश भारत मे प्राचीन काल से ही योग की परंपरा चली आ रही है. योग करने से तन तो स्वस्थ रहता ही है इससे मन भी सदैव आनंदित रहता है और रचनात्मक व सकरात्मक कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करता है.
उन्होंने बताया कि जितनी भी बीमारी है उसे योग के माध्यम से ठीक किया जा सकता है. योगाभ्यास करते हुए अंतराष्ट्रीय वैश्य समाज के सदस्य बेहद उत्साहित व आत्म विश्वास से भरपूर नज़र आये, प्रशिक्षण समापन के उपरांत शिविर में आये लोगों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अंतराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के नवनियुक्त अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आज 21 जून विश्व योग दिवस है और इस उपलक्ष्य में भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सभी 212 देश के पुरुष व महिलाएं आज योग दिवस पर योग और प्राणायाम के माध्यम स्वयं को शारीरिक व मानसिक रूप से तंदुरुस्त रखने की चाहत में अपने प्राचीन भारतीय संस्कार को अपना रहे हैं.