Chhapra: छपरा में अनुमंडल स्तर पर पानी के जांच की प्रयोगशाला खोलकर पानी की जांच की जा रही है. ऐसा इसलिए किया जा रहा ताकि बीमारियों से निजात पाई जा सके.
इस योगशाला में ग्रामीण इलाकों से लगभग तीन सौ लोग प्रत्येक माह पानी की जांच कराने आ रहे हैं. पहले सिर्फ जिला मुख्यालय की प्रयोगशाला में जल की जांच होती थी. लेकिन अब मशरक व सोनपुर में प्रयोगशाला खोलकर पानी की जांच शुरू कर दी गई है. इससे काफी लोग लाभान्वित हो रहे है.
बताते चलें कि छपरा एक आर्सेनिक प्रभावित क्षेत्र है. विभागीय स्तर से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में 33 हजार चापाकल व 60 जलापूर्ति योजना कार्यरत हैं. जल की जांच से काफी हद तक बीमारियों से बचाव किया जा सकता है. जल की नियमित जांच से 80 प्रतिशत बीमारियों से लोगों को राहत मिल सकती है. वर्तमान में इन प्रयोगशालाओं में एक-एक केमिस्ट व प्रयोगशाला सहायक कार्यरत हैं. ये जल की भौतिक व रासायनिक जांच करते हैं.