Chhapra: ऊपर की तस्वीर मढ़ौरा प्रखंड के तेजपुरवा गाँव की है. जहां लोग पानी के लिए दर दर भटक रहे हैं. जिले के कई स्थानों पर संकट बढ़ते जा रहा है. पानी की समस्या से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. स्थिति यह है कि विभिन्न गांवो व पंचायतों में चापाकल सुख जाने के कारण लोगों को पीने योग्य पानी की घोर किल्ल्त का समाना करना पड़ रहा है.
रेलवे स्टेशन से पानी ला रहे लोग
लोग रेलवे स्टेशन पर लगे चापाकल से पानी भर रहे हैं. इसके लिए भी उन्हें कतार में लगना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को हो रही है जिन्हें घर से काफ़ी दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है. लोगों को खाना बनाने से लेकर नहाने तक के लिए पानी दूर दराज से ढोकर लाना पड़ रहा है.

वाटर लेवल का स्तर 22 से 25 फिट नीचे चला गया
जिले में वाटर लेवल का स्तर 22 से 25 फिट नीचे चला गया हैं. टीले तथा ऊंचे जगहों पर तो यह समस्या और बढ़ गयी हैं. मुख्यमंत्री की 7 निश्चय योजना के तहत आने वाले नल-जल योजना भी पूरी तरह से अव्यवस्थित नजर आ रही हैं. लोगों का कहना हैं कि ये योजना तो शुरू हुई हैं लेकिन इसका अभी लाभ नही मिल रहा हैं. कुछ लोगों ने कहा कि पाइप घर-घर दौर गयी हैं लेकिन पानी कि सप्लाई नही हो रही हैं. मालूम हो कि बिहार के कई जिलों में पानी की संकट उत्पन्न हो गई हैं, इसका सीधा असर पेयजल से लेकर सिंचाई तक पड़ रहा हैं.


A valid URL was not provided.