Chhapra: हिन्दी, भोजपुरी और अंग्रेजी के विद्वान लेखक, कवि और समीक्षक प्रो. हरि किशोर पाण्डेय के निधन से साहित्य प्रेमियों में शोक की लहर छा गई है। 92 वर्षीय लेखक का छपरा स्थित आवास पर मंगलवार को निधन हो गया था। उनके निधन की खबर से जिले के साहित्यक जगत और साहित्यकार मर्माहत हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय संस्था सारण्य महोत्सव के कार्यालय पर श्रद्धान्जलि सभा का आयोजन शुक्रवार को किया गया। अध्यक्षता अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के राष्ट्रीय प्रकाशन मंत्री ज्योतिष पाण्डेय ने किया। संचालन सारण्य महोत्सव अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश राज ने किया।
सारण्य महोत्सव के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश राज ने उन्हें नमन करते हुए कहा हिन्दी, भोजपुरी-अंग्रेजी के विद्वान लेखक, कवि और समीक्षक थे। उनका सहज, सरल और हसंमुख व्यक्तित्व हमेशा याद रहेगा। महासचिव श्याम बिहारी अग्रवाल ने श्रद्धान्जलि देते हुए कहा प्रो. हरि किशोर पाण्डेय के निधन से आई कमी को पूरा करना अभी असंभव प्रतीत होता है। उनकी विद्वता के साथ उनका सहज, सरल व हसंमुख व्यक्तित्व हमेशा याद किया जायेगा। ऐसे विद्वान मनीषी को खोकर हम सभी मर्माहत हैं। छपरा के धरोहर गायक कृष्ण मेनन ने प्रो हरि किशोर पाण्डेय द्वारा रचित भोजपुरी गीत गाकर उन्हें श्रद्धान्जलि दीं।
कोषाध्यक्ष डॉक्टर देवेश कुमार, उपाध्यक्ष सुभाष ओझा, कृष्ण मेनन, ज्योतिष पाण्डेय, विनोद ओझा आदि ने साहित्यकार प्रो. हरि किशोर पाण्डेय के निधन पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धान्जलि दिया।