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सारण का सिरमौर बनेगा यह पंचमंदिर

छपरा (संतोष कुमार बंटी): सारण जिला अपने स्थापना काल से ही आध्यात्म से जुड़ा हुआ है. प्रमंडल होने के नाते या एक जिला होने के नाते इस जिले का लगाव भगौलिक दृष्टिकोन से विशेष रूप से पूजा पाठ के लिए जाना जाता है. पूर्व में अम्बिका भवानी का मंदिर तो पश्चिम में गौतम स्थान, अहिल्या उद्धार, दक्षिण में सरयू, गंडक और गंगा का अनमोल संगम तो वही उत्तर में माता गढ़ देवी और शिल्हौरी का शिव मंदिर जिले के धरोहर के रूप में है.

इन्ही धरोहरों और अध्यात्म से लगाव को बढ़ावा देते हुए जिले के उत्तर दिशा में पंचमंदिर की स्थापना की जा रही है.

शीतलपुर-मशरख मुख्य मार्ग पर मढ़ौरा अनुमंडल के तरैया बाजार स्थित निर्माणाधीन यह पंच मंदिर जिले का सिरमौर बनेगा. विगत 10 साल से अधिक समय से निर्माणधीन मंदिर अपने पूर्ण स्वरूप पाने के पूर्व ही आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. करोड़ो रूपये की लागत से बन रहे इस मंदिर के लिए आमजन स्वतः दान करते है. मंदिर परिसर में लगने वाले ग्रामीण बाजार से होने वाली आय ही इसकी सहायता राशि का मुख्य स्रोत है. हालांकि सीमित संसाधनों के बावजूद अच्छी रणनीति से बनाये जा रहे इस मंदिर के अगले 2 वर्षो में बनकर तैयार हो जाने की सम्भावना है. फिलहाल मंदिर के ऊपरी गुम्बज का कार्य समाप्ति की ओर है. इसके बाद तृतीय और फिर द्वितीय तल का सौंदर्यीकरण कार्य प्रारंभ होगा.

वैसे तो इस मंदिर में कई देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गयी है. लेकिन मुख्य रूप से यह पंचमंदिर के नाम से प्रसिद्ध है.
करीब 105 फीट ऊँचा यह मंदिर तरैया बाजार के चारों तरफ 2-3 किलोमीटर दूर से ही दिखाई देता है.
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूजा पाठ की विशेष व्यवस्था के साथ साथ विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यो के स्थान भी निर्धारित किये गए है.
मंदिर परिसर में लोगों के ठहरने के लिए धर्मशाला भी है. साथ ही स्नान के लिए तालाब भी बगल में स्थित है.

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