Chhapra: दिवंगत पूर्वजों के ऐसाल-ए-सवाब का पर्व शब-ए-बरात नौ अप्रैल गुरुवार को है. उस दिन शहर के कब्रिस्तान बंद रहेंगे. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए हुए लॉकडाउन का पालन करते हुए यह फैसला लिया है.
इस संबंध में बिहार राज्य सुन्नी शिया वक्त बोर्ड ने सभी जिला औकफ़ कमेटी को पत्र निर्गत कर लॉकडाउन के तहत कब्रिस्तान को बंद करने को कहा है. पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर नहीं निकले तथा कहीं समूह में इकट्ठा नहीं हो. इसलिए लोगों से शब-ए-बरात के अवसर पर कब्रिस्तान नहीं जाकर अपने घर में ही इबादत और दुआ करने की अपील की जा रही है.
अपील करते हुए कहा गया है कि शब-ए-बरात के मौके पर लोग कब्रिस्तान ना जाकर अपने घर में ही इबादत करें और मरहूमीन के ईसाले सवाब के लिए दुआ करें. मुसलमानों से घरों में इबादत करने को कहा गया है. फातेहा, नमाज-ए-नफिल, तसबीह जाप और अन्य इबादत, दिवंगत परिजन और पूर्वजों की मगफिरत की दुआ घरों में ही करें. लॉकडाउन के कारण कब्रिस्तान के द्वार बंद रहेंगे. सोशल डिस्टेंस और कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों में रुकावट पैदा न हो.