Chhapra: बच्चों के सर्वांगीण विकास में कुपोषण एक जटिल समस्या है इसे परिवार और समाज से दूर करने हेतु जागरूकता एवम व्यवहार परिवर्तन अति आवश्यक है।
पोषण माह के दौरान बाल विकास परियोजना छपरा सदर अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 57 पर सेक्टर स्तरीय पोषण मेला सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया। जिसमें स्थानीय खाद्य सामग्री से बने हुए व्यंजन की प्रदर्शनी, स्थानीय औषधि युक्त वनस्पति की जानकारी दी गई। स्थानीय मसाला जड़ी बूटी के माध्यम से कैसे एनीमिया एवं कुपोषण को कम किया जा सकता है के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
पर्यावरण संरक्षण हेतु एक पेड़ लगाने के महत्व की जानकारी दी गई। रंगोली के माध्यम से संतुलित भोजन के विभिन्न आयामों को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम के दौरान गर्भवती महिला का गोद भराई करवा कर गर्भवती के पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता, संस्थागत प्रसव एवं प्रसव पूर्व तैयारी के संबंध में जानकारी दी गई।
अन्नप्राशन कार्यक्रम के माध्यम से 6 माह तक सिर्फ मां का दूध एवं 6 माह के उपरांत ऊपरी आहार के महत्व को बताया गया।
उक्त जागरूकता कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, स्थानीय महिलाएं, बाल विकास परियोजना की सभी महिला पर्यवेक्षका जिला के प्रतिनिधि शामिल हुए।