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सारण के इस युवक ने पास की CSIR की परीक्षा, वैज्ञानिक बनने का रास्ता साफ़

मांझी: चैनपुर निवासी स्व. भूषण शर्मा के पुत्र पियूष कुमार ने वैज्ञानिक और औद्योगिक शोध संस्थान(सीएसआईआर)की परीक्षा पास कर सारण जिले का नाम रौशन किया है. अब पियूष भुवनेश्वर में एक वर्ष की ट्रेनिंग पूरा करने के बाद ये वैज्ञानिक के रूप में शोध कर देश के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान करेंगे. पियूष की सफलता पर परिवार सहित पूरे गांव में ख़ुशी का माहौल है. सीएसआईआर के परीक्षा में देश में कुल 13 लोग सफल हुए हैं. जिनमे पीयूष ने 89 प्रतिशत अंक के साथ पांचवां स्थान हासिल की है.

रिजल्ट का विभागीय पत्र मिलने के बाद पियूष ने जब कानपूर से फोन कर अपने चाचा रंजन शर्मा जो स्थानीय हरदेव यादव कन्या उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं और माता मनोरमा देवी को जानकारी दी तो घर में ख़ुशी का ठिकाना न रहा. वहीं रिजल्ट के बाद पियूष जब अपने गांव चैनपुर लौटा तो किसी हीरो से कम न था. उसे एक नजर देखने के लिए ग्रामीणों, रिश्तेदारों और युवा दोस्तों का तांता लग गया.

बताते चलें कि पियूष कुमार पांच भाईयो और एक बहन में सबसे छोटा है. शुरू से ही वह काफी मेधावी रहा है. साइंस और अंग्रेजी में शुरू से ही अच्छी पकड़ रही है. पियूष के पिता भूषण शर्मा आयुर्वेदिक डॉक्टर थे. जो गांव पर ही रहकर मरीजों की सेवा करते थे. 1990 में उनका निधन हो गया. उसके चाचा शिक्षक रंजन शर्मा ने परिवार की देख-रेख पूरी जिम्मेवारी संभाली. पियूष ने हाई स्कूल की पढ़ाई ब्रज किशोर किंडर गार्टन छपरा से पूरी की. उसके बाद कानपूर चला गया. वहाँ प्रभावती देवी इंटर कालेज से इंटर की परीक्षा पास की. उसके बाद छत्रपति साहू जी यूनिवर्सिटी से बीटेक की पढ़ाई के साथ ही सीएसआईआर की परीक्षा की तैयारी में जुट गया.

पियूष के बड़े भाई शिक्षक, दो भाई अमेरिकन कम्पनी में तथा एक सीआरपीएफ में हैं. चचेरा भाई रोहित कुमार दो वर्ष पूर्व एनडीए में सफलता प्राप्त कर अभी केरल में ट्रेनिंग में है. जबकि साइंस में शुरू से ही अधिक रुचि होने के कारण तेज होने के कारण हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही पियूष ने अपने परिवार में बता दिया था कि उसे वैज्ञानिक बनना है. उसके अथक परिश्रम ने रंग लाया और पियूष का सपना अब पूरा हो गया है.

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