Chhapra: छपरा सहित राज्य के सभी दवा दुकानदार 3 दिनों के हड़ताल पर चले गए हैं. बुधवार को हड़ताल के पहले दिन छपरा में सभी दवा दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं. यह हड़ताल 3 दिनों तक रहेगी. इस तरह 23 जनवरी तक राज्य की सभी दवा दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी. यह हड़ताल थोक विक्रेताओं पर भी लागू रहा. दवा दुकानें बंद होने से आम लोगों को दवाइयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
दअरसल बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर राज्य में तीन दिनों की व्यापक हड़ताल बुलाई गई है. दुकानदारों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दुकानों के निरीक्षण के नाम पर तकनीकी उत्पीड़न और शोषण किया जाता है. निरीक्षण के वक्त फॉर्मिशिस्ट की उपलब्धता और तकनीकी गलती के नाम पर दुकानदारों का लगातार शोषण हो रहा है. दुकानदारों का कहना है दवा दुकानों में निरीक्षण ड्रग एक्ट में परिभाषित फॉर्म पांच के अनुसार ही होना चाहिए. दुकानदारों का कहना है कि शोषण के खिलाफ सरकार कोई उचित कदम नही उठा रही है.
बन्द के दौरान भगवान बाज़ार, साहेबगंज, नगरपालिका चौक, श्रीनन्दन पथ आदि जगहों पर दुकानों का शटर गिरा रहा. जिससे दवा लेने वाले मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ा.
अस्पताल के सामने खुली रहीं दुकानें
हालांकि बन्द के दौरान सदर अस्पताल के समीप स्थित दवा दुकानों को खुला रखा गया ताकि आपात स्थिति में मरीजों को कोई समस्या नहीं हो. मंगलवार को औषधि विक्रेता संघ की बैठक में निर्णय लिया गया कि आपातकाल के समय मरीजों को समस्या न हो इसके किये सदर अस्पताल के सामने स्थित दवा दुकान को खुला रखा जाएगा.