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लॉक डाउन में गुजरात से नहीं पहुँच सके पिता तो पुत्री ने दी माँ को मुखाग्नि

Majhi: पिछले दो महीनों से देश भर में जारी लॉक डाउन में हजारों लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए है. ऐसे में उनके घरों में किसी भी अनहोनी होने पर काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. एक ऐसा ही मामला मांझी प्रखंड के फतेहपुर सरैया में भी देखने को मिला जहाँ गुजरात के सूरत में मजदूरी करने गए और लॉक डाउन में वहीं फंसे राजबलम सिंह की पत्नी की मौत हो गयी. माँ की मौत से घर में मौजूद पांच में से तीन पुत्रियों के रो रोकर बुरा हाल था. जिसके बाद समाज के लोगों ने सभी की मदद की.

माँ के अंतिम संस्कार के लिए पिता के वापस ना आ पाने की स्थिति में सामाजिक प्रथाओं को दरकिनार करते हुए पुत्रियों ने अपनी माता की अर्थी को न सिर्फ कंधा दिया बल्कि मुखाग्नि भी दी.

इधर मौत की खबर सुनकर आस पास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. सबने उन्हें ढांढस बंधाया. शव को चिता पर लिटाने के बाद अग्नि संस्कार को लेकर लोग अलग अलग राय देने लगे तभी मृतक की पांचवीं पुत्री ने साहस का परिचय देते हुए स्वयं मुखाग्नि देने का निर्णय किया. ग्रामीणों ने अश्रुपूरित नेत्रों से बच्ची का आग्रह स्वीकार कर लिया.

मांझी प्रखंड जीविका समूह से जुड़ी मृतक राजमुनि की पुत्रियों की मदद के लिए सोशल मीडिया ग्रुप अनुभव जिन्दगी का भी आगे आया है. उक्त सोशल ग्रुप के सक्रिय सदस्य राजीव कुमार सिंह तथा राजू कुमार गुप्ता की पहल पर जुटी जीविका दीदियों ने तत्काल 83 सौ रुपये तथा खाद्य सामग्री के अलावा स्थानीय मुखिया संजीत कुमार साह व पूर्व जिप सदस्य धर्मेन्द्र सिंह समाज ने क्रमशः पांच पांच हजार रुपये नकद तथा खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया. श्री सिंह ने एक पुत्री को सीएसपी में नौकरी दिलाने का भी आश्वासन दिया.

मौके पर जदयू नेता अरविंद सिंह, समाजसेवी कृष्णा सिंह पहलवान तथा अशोक सिंह आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. उधर प्रखंड परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने सोशल मीडिया ग्रुप के अनुरोध पर मृतक का 25 हजार का बैंक ऋण माफ कराने के साथ साथ मृतक के पुत्रियों को स्कील डेवलपमेंट के तहत मुफ्त ट्रेनिंग कराने तथा रोजगार उपलब्ध कराने में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया.

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