Chhapra: जदयू सारण की महिला जिलाध्यक्ष माधवी सिंह ने जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों मढौरा, पानापुर, तरैया, मशरख व अन्य प्रखंडों का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों के बीच जाकर उनके हालचाल जाना. इस दौरान माधवी सिंह ने अपनी ओर से इन प्रखंडों में राहत सामग्री का वितरण कराया. जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को खाने का सामानों का वितरण किया गया. खाद्य सामग्री पाकर लोगों ने जदयू की महिला जिलाध्यक्ष को धन्यवाद दिया.
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हेल्पलाइन जारी
माधवी सिंह बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंची, जहां उन्होंने लोगों से बातचीत की. इस दौरान लोगों ने बताया कि सरकार ने आपदा के समय उनकी मदद की है, यह काफी सराहनीय है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद बाढ़ के हालातों पर नज़र रख रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो वह सीधा मुझसे संपर्क करके समस्या बता सकते हैं ताकि उनका तुरंत निदान हो सके. इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया जो 8877522999 है. इस मौके पर मांझी प्रखण्ड अध्यक्ष हसनैन अंसारी, सुनील कुमार सिंह, रंजन कुमार सिंह, नवरत्न प्रसाद आदि मौजूद रहे.
बाढ़ में फसलों, मवेशियों समेत अन्य नुकसान के लिए मुआवजा दे रही सरकार
इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि इस आपदा के दौरान कोई भी भूखा नहीं सोया. सरकार ने सबके लिए कम्युनिटी किचन शुरू कराया. साथ ही साथ जदयू के तमाम नेता व कार्यकर्ताओं भी बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आकर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने जदयू के सभी नेताओं कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव मदद का प्रयास करें ताकि कोई भूखा न सोए. उन्होंने नेताओं व कार्यकर्ताओं के पीड़ितों के बीच जाकर राहत सामग्री वितरण करने के साथ-साथ हर रोज बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करके लोगों का हाल चाल जानने की अपील की. महिला जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले में आई बाढ़ ने हर तरह से नुकसान पहुंचाया है. फसलों से लेकर मवेशियों तक का लोगों को नुकसान हुआ है. ऐसे में सरकार में फसलों को नुकसान के लिए मुआवजा दे रही है. इसके अलावा यदि किसी के मवेशी की मौत हुई है तो भी सरकार उन्हें आर्थिक सहायता दे रही है साथ ही साथ बाढ़ में लोगों की सहायता के लिए सरकार ने कई तरह के प्रावधान किया है.
पीड़ितों के खाते में राशि भेजने का काम लगभग पूरा
उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार ने ₹6000 खाते में भेजे हैं. लगभग लोगों को सहायता राशि भेजी जा चुकी है. जिसमें लोग ₹3000 भोजन सामग्री व ₹3000 का अन्य जरूरत के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि सारण में बाढ़ पीड़ितों के लिए सबसे ज्यादा एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई है. बाढ़ ने लाखों लोगों की आबादी को प्रभावित किया है. उम्मीद है जल्द ही पानी कम होगा और लोगों की जिंदगी फिर से वापस पटरी पर लौट आएगी. महिला जिलाध्यक्ष माधवी सिंह ने कहा कि बाढ़ के पानी में इधर-उधर ना जाएं. उन्होंने कहा कि जिले में हर रोज किसी न किसी के डूबने की सूचना आ रही है. ऐसे में सावधानी बरतें. उन्होंने बाढ़ में डूबे लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और अधिकारियों से तुरन्त मुआवजा देने के लिए निर्देश दिया.