छपरा, 13 सितम्बर 2024। लोकगायिका विंध्यवासिनी देवी नगर, रामजंगल सिंह कॉलेज परिसर, दिघवारा में तीनों दिन शाम 6 बजे से संतराज सिंह रागेश मंच पर राष्ट्रीय सांस्कृतिक लोक उत्सव में भारत के विभिन्न लोक कला रुपों की यादगार महफिल सजेगी।
तीन दिन में पाँच नाटक पटना इप्टा द्वारा नौटंकी शैली में असगर वजाहत लिखित एवं तनवीर अख्तर निर्देशित “वीरगति”, छपरा इप्टा द्वारा नौटंकी शैली में बिपिन बिहारी श्रीवास्तव लिखित एवं डॉ0 अमित रंजन निर्देशित “नौटंकी ऊर्फ कमलनाथ मजदूर” परिवर्तन रंग मंडली द्वारा आशुतोष मिश्रा लिखित व निर्देशित “दगा हो गए बालम”, दिघवारा इप्टा द्वारा भिखारी ठाकुर लिखित एवं प्रो० अखिलेश निर्देशित “बिदेशिया” और भेल्दी इप्टा द्वारा भिखारी ठाकुर लिखित एवं डॉ० नागेन्द्र शर्मा निर्देशित “पुत्र बध” का मंचन होगा।
भागलपुर इप्टा (ताल नृत्य संस्थान के सहयोग से), एकमा इप्टा, मधेपुरा इप्टा, नवादा इप्टा द्वारा अंगिका, भोजपुरी, मैथिली, मगही भाषाओं में लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां और छपरा इप्टा की कुमारी अनिशा द्वारा शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति की जाएगी। तो वहीं सीवान और भेल्दी द्वारा एक्शन डांस किया जाएगा। बीहट इप्टा द्वारा भाव नृत्य की प्रस्तुति की जायेगी।
परिवर्तन रंग मंडली और छपरा इप्टा द्वारा कविवर कन्हैया के गीतों की विशेष प्रस्तुति की जाएगी तो वहीं बीहट इप्टा, मंझौल इप्टा, छपरा इप्टा, सुतिहार इप्टा, मढ़ौरा इप्टा द्वारा जनगीतों और आरा इप्टा, छपरा इप्टा, मधुबनी इप्टा द्वारा लोकगीतों और मधेपुरा इप्टा द्वारा नारदी गायन की प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी।
लोक गायिका रेणु राज एवं श्वेत प्रीति और लोक गायक मनन गिरि मधुकर एवं नागेन्द्र नाथ पांडेय की विशेष प्रस्तुति होगी।
कार्यक्रम का एक अन्य आकर्षण होगा सिवान इप्टा के कलाकार द्वारा लाईव पेंटिंग। तीनों दिन कार्यक्रमों में कविवर कन्हैया के परिजनों की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।