Chhapra: ठंड का प्रकोप बढ़ते ही जिले में हार्ट अटैक व ब्रेन हैमरेज के मामले बढ़ गए हैं. कार्डियोलॉजी सम्बंधित अस्पताल में भी मरीजों की संख्या का इजाफा हुआ है.
डॉक्टराें के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में बढ़ती सर्दी की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ गया है.
छोटी चीजों को न करें नजर अंदाज: डॉ मधुकर
ब्रेन स्ट्रोक व हर्ट अटैक के बढ़ते मामलों को लेकर छ्परा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ मधुकर बताते हैं कि कड़ाके की ठंड अपने साथ सिर्फ सर्दी-खांसी ही नहीं बल्कि ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा भी लाती है, जो कि जानलेवा है. जाड़ो में हार्ट अटैक की संभावना डेढ़ से दो फीसदी बढ़ जाती है. उच्च रक्तचाप वाले लोगों में यह ज्यादा होता है. लोगों को बाएं हाथ व छाती में बायीं ओर दर्द हो तो ऐसे लोगों को हार्ट अटैक आ सकता है. इसके अलावें पेट मे भी जलन महसूस होती है, इन सब छोटी चीज़ों को लोग नज़र अंदाज़ करते हैं. ऐसे में डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
ब्रेन स्ट्रोक का बढ़ा ख़तरा
डॉ मधुकर बताते हैं कि लोगों को ठंड से बचाव रक्त की पतली नलिकाएं संकरी हो जाती हैं, जिससे रक्त का दबाव बढ़ जाता है. अधिक ठंड पड़ने या ठंडे मौसम के अधिक समय तक रहने पर खासकर उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों में स्थिति अधिक गंभीर हो जाती है रखना होगा खान पान में सावधानी बरतें वहीं मोटापा पर भी ध्यान देने की जरूरत है. ब्रेन स्ट्रोक को लेकर डॉक्टर बतातें हैं कि शरीर का रक्तचाप बढ़ता है, जिसके कारण बाहर की धमनियां सिकुड़ जाती हैं. वहीं रक्त धमनियों में क्लॉटिंग होने से स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है. अत्यधिक दबाव बढ़ने से धमनियां फट जाती हैं.